खबरिस्तान नेटवर्क: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने वाले बीएसएफ के जवानों के साथ बहुत बुरा सलूक हुआ है। बीएसएफ जवानों के 1200 जवानों को रेलवे ने ऐसी ट्रेन दे दी जिसकी ज्यादातर सीटें खराब और गायब थी। ट्रेन में कॉकरोच का राज भी था, खिड़कियां और दरवाजे भी टूट चुके थे और टॉयलेट की सीटों का भी बुरा हाल था। बीएसएफ के ये जवान त्रिपुरा और बाकी जगहों से अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा के लिए जम्मू में जा रहे थे। बीएसएफ के ये जवान त्रिपुरा और अन्य जगहों से अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा देने के लिए जम्मू जा रहे थे। बीएसएफ जवानों ने इसकी वीडियो भी बनाई जिसमें ट्रेन की कंडीशन बहुत ही खराब दिख रही है।
ट्रेन में दिखी चारों ओर गंदगी
इस मामले में बीएसएफ के अधिकारी ने बताया कि यह सही है कि ऐसी ट्रेन उनको टूप को दी गई थी इसकी खराब हालत आप ट्वीट में बताई गई वीडियो में भी देख सकते हैं। इसके बाद ट्रेन को बदल दिया गया। बीएसएफ सूत्रों ने बताया कि असल में बीएसएफ गुवाहटी हेडक्वार्टर फ्रंटियर की ओर से एनएफ रेलवे मालेगांव गुवाहटी के चीफ पैसेंजर ट्रांसपोर्ट मैनेजर को लेटर लिखवाकर भी बुक करवाई थी। यात्रा का दिन 6 जून के लिए तय किया था क्योंकि 12 जून तक बीएसएफ जवानों को कश्मीर में तैनाती के लिए पहुंचना था।
टूटी थी ट्रेन की दीवारें
ऐसे में रेलवे ने एक स्पेशल ट्रेन बीएसफ के 1200 जवानों को ले जाने के लिए बीएसएफ को दे डाली लेकिन जवानों को इस ट्रेन में सफर करने से पहले जब इसकी जांच हुई तो इसके डिब्बों की हालत इतनी खराब थी कि बीएसएफ अधिकारियों ने भी कहा कि ऐसी ट्रेन में तो सफर करना बहुत मुश्किल है।
वीडियो में नजर आए कॉकरोच
वीडियो बनाते हुए बीएसएफ जवान कहते हुए सुने कि इस ट्रेन में बैठने की हालत नहीं है। खासतौर पर यदि आप 5-6 दिन तक इसमें सफर करने की सोच रहे हैं तो यह बिल्कुल उस लायक नहीं है। रेलवे ने इस ट्रेन के डिब्बे किसी डंपयार्ड से उठाकर बीएसएफ को दे दिया है। इसमें सफर करना बहुत मुश्किल है। ट्रेन के कई डिब्बों में कॉकरोच ही कॉकरोच नजर आ रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि जब उन्होंने रेलवे को इस ट्रेन की कंडीशन के बारे में बताया तो रेलवे ने उन्हें दूसरी ट्रेन दे दी लेकिन जैसे जवानों को पहले ऐसी खराब कंडीशन वाली ट्रेन दी गई उसको देखकर यह साफ लग रहा था कि जैसे किसी ने बिना देखे हुए भाले जवानों को ट्रेन भेज दी हो। यह सारे जवान अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा के लिए जम्मू-कश्मीर जा रहे थे।