राजस्थान के भरतपुर में SC/ST वर्ग की तरफ से आज भारत बंद का ऐलान किया गया है। इस आहवान को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने समर्थन दिया है। बंद का सबसे ज्यादा असर बिहार में दिख रहा है। बिहार पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को अलर्ट जारी किया है। आरा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को रोका गया।
कुछ जिलों में प्रदर्शनकारी सड़क पर आकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ बीएसपी जालंधर के बूटा मंडी इलाके में अपना विरोध मार्च निकालेगी। इसके अलावा पंजाब में निजी स्कूल प्रबंधकों ने बंद के आह्वान को देखते हुए स्कूल बंद रखे हैं, जबकि सरकारी स्कूल खुले हैं।
भारत बंद का असर राजस्थान के कई जिलों में देखा जा रहा है। पाली में समिति की टीमों ने जबरन दुकानें बंद करवाईं।वहीं, अलवर में रोडवेज बसें नहीं चलने से लोगों को परेशानी हो रही है। साथ ही जयपुर, अजमेर, सवाई माधोपुर, सीकर में भी सभी बाजार, स्कूल बंद हैं।
मध्यप्रदेश में स्कूलों की छुट्टी
भारत बंद का मध्यप्रदेश में मिला-जुला असर दिख रहा है। ग्वालियर में कई स्कूलों ने आज छुट्टी घोषित की है। कलेक्टर ने मंगलवार रात से ही जिले में धारा 144 के आदेश लागू कर दिए थे। भोपाल, इंदौर और उज्जैन समेत कई जिलों में स्कूल खुले हैं। खंडवा में बंद बेअसर दिख रहा है। यहां बाजार पूरी तरह खुल चुका है।
क्या है सुप्रीम कोर्ट का फैसला जिसका हो रहा विरोध
सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति(SC\ST) को लेकर बड़ा फैसला सुनाया था। कोर्ट की 7 जजों की पीठ ने कहा कि राज्य सरकार SC\ST में सब कैटेगरी बना सकती है, जिससे मूल और जरूरतमंद कैटेगरी को आरक्षण का अधिक फायदा मिलेगा।
मौजूदा पीठ ने 2004 में दिए उस फैसले को दरकिनार कर दिया है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि एसी/एसटी जनजातियों में सब कैटेगरी नहीं बनाई जा सकती है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सरकारें इसके 15 प्रतिशत के आरक्षण में ज्यादा उत्पीड़न और शोषण का सामना करने वाली जातियों को फायदा पहुंचाने के लिए इसमें सब-कैटेगरी बना सकती हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कोटा के अंदर कोटा तर्कसंगत अंतर पर आधार पर होगा। इसे लेकर राज्य मनमर्जी से काम नहीं कर सकते। इसके साथ ही राज्यों की गतिविधियां न्यायिक समीक्षा के अधीन होगी।