Bad planetary position in horoscope brings divorce in married life : अगर दांपत्य जीवन में अनबन होती है या बात तलाक तक आ जाती है तो यह एक बड़ी परेशानी होती है। माना जाता है कि कुंडली में ग्रहों की खराब चाल के कारण भी ऐसा होता है। हर कोई अपने वैवाहिक जीवन में सुख शांति और प्रेम चाहता है इसके लिए लोग प्रयास भी बहुत करते हैं लेकिन फिर भी इसका मुख्य कारण कुंडली में ग्रहों के अशुभ प्रभाव होते हैं तो आज हम आपको इस स्थिति से बाहर आने के कुछ आसान उपाय बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
कुंडली में ग्रहों की स्थिति
ज्योतिष अनुसार वैवाहिक जीवन में सुखों का कारण शुक्र ग्रह को माना गया है अगर कुंडली में शुक्र ग्रह सूर्य को अपनी पावन दे देता है यानी अस्त हो अथवा कन्या राशि में हो तो ऐसे में जातक के वैवाहिक जीवन में परेशानियां बनी रहती है।
वाद विवाद और झगड़े
इसके अलावा अगर कुंडली के सातवें या बारहवें स्थान में राहु ग्रह हो या पांचवें स्थान में कमजोर चंद्रमा आ जाए तो भी वैवाहिक जीवन में तनाव देखने को मिलता है ऐसे लोगों में आए दिन वाद विवाद और झगड़े होते रहते हैं।
परेशानियां बढ़ जाती है
वही अगर कुंडली के सातवें स्थान में शनि और राहु एक साथ स्थित हो और साथ ही इन दोनों ग्रह को मंगल देख रहे हो तो भी वैवाहिक जीवन में मिठास की कमी आती है और परेशानियां बढ़ जाती है।
गुरुवार को हरि पूजा करें
वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाने के लिए सप्ताह में गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विधिवत पूजा करें और उपवास भी रखते हैं इसके अलावा सोमवार के दिन भी शिव पार्वती की पूजा करना और व्रत करना शुभ माना जाता है ऐसा करने से शादीशुदा जीवन में खुशहाली आती है और तनाव दूर हो जाता है।