आजाद भगत सिंह विरासत मंच की टीम ने सेंट्रल जेल अमृतसर में नशे के खिलाफ दो नाटक "सरहदां होर वे ने" और "मिट्टी रुदन करे" की बेमिसाल परफॉर्मेंस दिखाई। अखिल भारतीय मानवाधिकार कल्याण एसोसिएशन की तरफ से जेल प्रशासन के सहयोग से आयोजित इस प्रोग्राम में 300 से अधिक कैदियों ने इन नाटकों का आनंद लिया। वे दोनों नाटकों से प्रभावित हुए और सोचने पर मजबूर हो गए।
जेल सुपरिडेंटेंड भी रहे मौजूद
इस अवसर पर जेल सुपरिटेंडेंट हेमंत शर्मा, डिप्टी सुपरिटेंडेंट गुरजंट सिंह और वेलफेयर अफसर नरेश पॉल उपस्थित थे। उन्होंने नाटकों के निर्देशक दलजीत सिंह सोना को भी विशेष श्रद्धांजलि दी। सभी अतिथियों को डॉ. वनीत सरीन की तरफ से सम्मानित किया गया।
इन कलाकारों ने निभाई अहम भूमिका
आखिर में जेल प्रशासन ने पूरी टीम के लिए चाय की व्यवस्था की। कलाकारों में अनमोलप्रीत, गुरविंदर, मनप्रीत, शरणजीत रटौल, दलजीत सिंह सोना, परमजीत सिंह, हरमनप्रीत, हरमनजोत, हर्षवीर, फकीर चंद, सुरिंदर सिंह ने अहम भूमिका निभाई।