कतर में भारतीय नौसेना के 8 पूर्व अफसरों की मौत की सजा पर रोक लग सकती है। क्योंकि कतर की कोर्ट ने पूर्व अफसरों की याचिका को स्वीकार कर लिया है। अब मामले पर सुनवाई जारी है। भारत सरकार ने करीब 15 दिन पहले नौसैनिकों की सजा के खिलाफ अपील की थी। हालांकि, इस मामले में अब तक कतर या भारत सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कतर की अदालत ने कहा है कि वह इस मामले को पढ़ रहे हैं और जल्दी ही सुनवाई कई अगली तारीख बताएंगे। बता दें कि ये 8 ऑफिसर कतर में एक प्राइवेट कंपनी, अल-दहरा में काम करते थे और कंपनी कतर के सशस्त्र बलों को ट्रेनिंग देती थी साथ ही उससे जुड़ी सर्विस मुहैया कराती थी।
अफसरों पर जासूसी के आरोप
ऑफिसर्स पर आरोप है कि वह इजराइल के लिए जासूसी करते थे। ये सभी 8 भारतीय नौसैनिक रिटायर हो चुके हैं। इन्हें बहुत लंबे समय से कैद में रखा गया था जिसके बाद कतर की कोर्ट ने उन्हें 29 अक्टबूर को फांसी की सजा सुनाई थी।
विदेश मंत्रालय ने ये कहा था
हाल ही में इस मामले पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह इसका कानूनी विकल्प निकालेंगे। भारत ने इस मामले को लेकर कतर की एक अदालत में अर्जी दाखिल की है। अदालत ने इसे स्वीकार करते हुए, मामले की सुनवाई करने को कहा है।