ख़बरिस्तान नेटवर्क : पंजाब का एक युवक संदिग्ध परिस्थितियों में भारत-पाकिस्तान सीमा से लापता हो गया। मामला फाजिल्का के जलालाबाद से सामने आया, जहां 21 जून को भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास खेतों की तरफ गया 23 वर्षीय युवक संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। युवक की पहचान गांव खरे के उत्तर निवासी अमृतपाल सिंह के रूप में हुई है।
अमृतपाल पाकिस्तान पहुंचा
बताया जा रहा है कि किसान का बेटा 21 जून को दोपहर 12 बजे घर से यह कहकर निकला था कि वह खेती करने जा रहा है, लेकिन वापस नहीं लौटा। आज अमृतपाल को पाकिस्तानी थाने में रखा गया है। पाकिस्तानी रेंजर्स ने भारतीय बीएसएफ को इसकी सूचना दे दी है।
पिता का क्या कहना है
अमृतपाल के पिता जगराज सिंह का कहना है कि शनिवार यानी 21 तारीख को उनका बेटा खेती करने के लिए भारत-पाक बाड़ पार करके गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। जब बाद उन्होंने तारों के पार देखा तो लड़के के पैरों के निशान पाकिस्तान की ओर जाते दिखाई दिए। मैं दिल का मरीज हूं, इसलिए पिछले 4-5 सालों से खेती करने नहीं जा रहा था। इसलिए अमृतपाल पिछले 5 सालों से अकेले ही खेती करने जाता था। हमारे परिवार में एक बेटा और एक बेटी है।
परिवार का इकलौता बेटा
इस घटना को 10 दिन हो चुके हैं और परिवार खूब रो रहा है। अमृतपाल अपने परिवार का इकलौता बेटा था। उधर, गुरुहरसहाय थाने के एसएचओ जसविंदर सिंह बराड़ ने बताया कि उन्हें बीएसएफ और परिवार की ओर से लिखित में सूचना दी गई है कि लड़का पाकिस्तान चला गया है।
3 महीने की मासूम बेटी
अमृतपाल सिंह शादीशुदा है और उसकी तीन महीने की मासूम बेटी है। परिवार का कहना है कि अमृतपाल अक्सर तारों को पार करके अपने 8.5 एकड़ के खेत में काम करने जाता था, जो 'जीरो लाइन' के पास स्थित है। गौरतलब है कि बीएसएफ की अनुमति से सीमावर्ती किसान सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक बाड़ पार करके खेती कर सकते हैं।
परिवार ने की मदद की अपील
लापता अमृतपाल के परिवार ने इस मामले में गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने अपील की है कि उनके बेटे की पाकिस्तान में तलाश की जाए और उसकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जाए। वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व राज्यसभा सदस्य अविनाश राय खन्ना ने भी केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है।