जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा को एक बार फिर से दोनों प्रमुख मार्गों- पहलगाम और बालटाल से स्थगित कर दिया गया है। भारी बारिश को देखते हुए प्रशासन ने यह फैसला लिया है। लगातार बारिश से मार्गों पर खतरा बढ़ गया है, जिसके चलते यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह यात्रा को स्थगित कर दिया गया है।
9 अगस्त को समाप्त होगी यात्रा
बता दे कि इससे पहले भी 17 जुलाई को यात्रा को एक दिन के लिए रोका गया था। वही अब तक करीब 3.93 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री पवित्र गुफा मंदिर में दर्शन कर चुके हैं। इस बार यात्रा 3 जुलाई से शुरू हुई थी जो अमरनाथ यात्रा 9 अगस्त को समाप्त होगी ।
जाने अमरनाथ यात्रा के दोनों रूट के बारे में
पहलगाम रूट
पहलगाम रूट से गुफा तक पहुंचने में करीब 3 से 5 दिन लगते हैं, लेकिन ये रास्ता आसान है। पहलगाम अमरनाथ ट्रेक का बेस कैंप है, जो अमरनाथ गुफा से 47 किमी की दूरी पर है। सभी यात्री पहलगाम से अमरनाथ तक की यात्रा पैदल कर सकते है । पहला पड़ाव चंदनवारी के बेस कैंप से लगभग 16 किमी दूर है जिसके बाद असली ट्रेक शुरू होता है। अगला पड़ाव 3 किमी पर पिस्सु टॉप है जिसके बाद, आप 9 किलोमीटर की दूरी पर शेषनाग पहुचंते है।
शेषनाग के बाद पंजतरणी आता है, जो 14 किमी दूर है। 6 किमी और चलने के बाद, आप अमरनाथ की गुफा में पहुचेंगे।
ट्रेकिंग मार्ग: पहलगाम – चंदनवारी – पिस्सु टॉप – शेषनाग- पंचतरणी – अमरनाथ गुफा
बालटाल रूट
वक्त कम हो, तो बाबा अमरनाथ दर्शन के लिए बालटाल रूट से जा सकते हैं। इसमें सिर्फ 14 किमी की चढ़ाई चढ़नी होती है, लेकिन इसमें सिर्फ खड़ी चढ़ाई है, इसलिए बुजुर्गों को इस रास्ते पर दिक्कत होती है। इस रूट पर संकरे रास्ते और खतरनाक मोड़ हैं।