ख़बरिस्तान नेटवर्क : हिमाचल के मंडी में सोमवार देर रात अचानक बादल फटने से 3 लोगों की मौत हो गई है। वहीं लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है। बारिश ने सड़कों और रिहायशी इलाकों में तबाही मच दी है। वहीं भूस्खलन के कारण कई गाड़ियां मलबे के नीचे दब गई हैं और लोगों को काफी ज्यादा मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
15 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया गया
बादल फटने के बाद 15 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया गया है। मलबा घरों के अंदर तक घुस गया है। 25 से ज्यादा गाड़ियां मलबे में दब गईं। चंडीगढ़-मनाली और मंडी-जोगेंद्रनगर फोरलेन बंद हो गया है। साथ ही पठानकोट-मंडी नेशनल हाईवे और अन्य स्थानों पर लगातार हो रहे भूस्खलनों के चलते पिछले रात से बंद है।
रेस्क्यू करने में जुटा प्रशासन
मंडी में प्रशासन और NHAI की टीमें मौके पर मौजूद हैं, लेकिन भारी बारिश और मलबे के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मुश्किलें पैदा हो रही हैं। शहर के बीच से बहने वाली सुकेती खड्ड भी उफान पर है। इसका पानी और मलबा रिहायशी इलाकों में घुस गया है। खड्ड के किनारे बसे कई घरों में पानी भर गया, जिससे स्थानीय लोगों को रातभर जागकर समय बिताना पड़ा।
शहर के कई हिस्से मलबे से भरे
मंडी शहर के जाेनल अस्पताल समेत कई हिस्से मलबे से भर गए हैं। जहां कई वाहन कीचड़ और मलबे के नीचे दब गए हैं। मंडी सब डिवीजन के स्कूलों में आज छुट्टी कर दी है। भारी बारिश के कारण शहर में जगह-जगह जाम लग गया।