ख़बरिस्तान नेटवर्क, जालंधर : वेस्टइंडीज 2023 के विश्वकप से बाहर हो गई है। दो बार की चैंपियन वेस्टइंडीज को क्वालिफायर मैच में स्कॉटलैंड ने 7 विकेट से हरा दिया है। जिसके चलते वह अब भारत में होने वाले वनडे विश्वकप से बाहर हो गई है। यह क्रिकेट फैंस के लिए एक बुरी खबर है।
टी-20 विश्व कप से भी थी बाहर
वेस्टइंडीज टीम के लिए पिछले कुछ साल आईसीसी इवेंट्स में बेहद खराब रहे हैं। 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी की क्वालिफिकेशन से बाहर होने के बाद से उन्होंने कई बड़े टूर्नामैंट में अपने फैंस को निराश किया। 2022 के टी-20 विश्व कप में भी क्वालिफाई नहीं कर पाई थी। अब भारत में होने वाले 2023 क्रिकेट विश्व कप में भी वेस्टइंडीज टीम देखने को नहीं मिलेगी।
दो बार जीत चुकी है वनडे वर्ल्ड कप
वेस्टइंडीज टीम की मौजूदा हालात चाहे बेहद ही खराब हों। पर एक टाइम था जब पूरी दुनिया में वेस्टइंडीज टीम की तूती बोलती थी। वेस्टइंडीज ने क्वलाइव लॉयड की कप्तानी में 1975 और 1979 में दो बार विश्वकप को उठाया है। 1983 के विश्वकप में भी वेस्टइंडीज फाइनल में पहुंची थी। जहां भारत ने उसे हराया था और पहली बार चैंपियन बना था।
2 बार टी20 वर्ल्ड कप चैंपियन भी हैं वेस्टइंडीज
वेस्टइंडीज की टीम ने सिर्फ वनडे विश्वकप ही नहीं बल्कि टी20 विश्वकप भी जीता है। वेस्टइंडीज की टीम ने साल 2012 और 2016 में टी20 विश्वकप का खिताब अपने नाम किया था। पर इसके बाद से टीम आईसीसी इवेंट्स में क्वालिफाई करने के लिए भी संघर्ष करना पड़ रहा है।
वेस्टइंडीज से मैच खेलने से डरती थी टीमें
एक था टाइम था जब वेस्टइंडीज की टीम से मैच खेलने के लिए टीमें डरती थी। क्योंकि वेस्टइंडीज के पास दुनिया के सबसे तेज पेस अटैक था। जिसमें मैल्कम मार्शल, कर्टली एंब्रोस, कर्टनी वॉल्श, एंडी रॉबर्ट्स, माइकल होल्डिंग, जोएल गार्नर जैसे गेंदबाज थे। जो किसी भी बल्लेबाज और टीम को अपनी गेंदों से डराकर आउट कर दिया करते थे।
विवियन रिचर्ड्स, लारा और गेल जैसे बल्लेबाजों ने उड़ाई थी गेंदबाजों की नींदे
वेस्टइंडीज में कभी भी प्रतिभा की कमी नहीं। जब क्रिकेट जगत डिफेंसिव तकनीक से बल्लेबाजी करता था। तब उस समय में विवियन रिचर्ड्स ने आक्रामक बल्लेबाजी कर विपक्षी गेंदबाजों के मन में डर बैठा दिया। कई गेंदबाजों का रिचर्ड्स ने करियर तक खत्म कर दिया।
वहीं लंबी पारियों के लिए जाने वाले बल्लेबाज ब्रायन लारा अपनी कलाई का इस्तेमाल से गेंद को बाउंड्री के पार भेजते थे। क्रिकेट जगत में उन्हें मैजीशियन कहा जाता है। क्योंकि लारा अपनी रचनात्मक शॉट्स से गेंदबाजों को परेशान कर देते थे।
क्रिस गेल ने तो मानो बल्लेबाजी की परिभाषा ही बदल दी। गेल ने पूरी दुनिया को बताया कि टी20 फॉर्मेट में चौके-छक्के लगाना कितना जरूरी है। वनडे विश्वकप में वह दोहरा शतक भी लगा चुके हैं। गेल अपने दिन किसी भी गेंदबाज को तहस-नहस करके रख देते हैं।
जानें क्यों कमजोर हुई वेस्टइंडीज टीम
तंगी में बोर्ड, खिलाड़ियों के लिए पैसे नहीं
वेस्टइंडीज छोटे-छोटे टापुओं से मिलकर एक क्रिकेट देश बना है। इसमें त्रिनिदाद, तोबैगो और जमैका जैसे छोटे टापू शामिल हैं। इन देशों को मिलाकर एक क्रिकेट टीम बनी है। पर इस समय वेस्टइंडीज बोर्ड के पास अपने खिलाड़ियों को देने के लिए पैसे तक नहीं है। जिस कारण कई बार खिलाड़ी अपने बोर्ड के खिलाफ भी जा चुके हैं।
दुनिया की हर बड़ी लीग में खेलते हैं वेस्टइंडीज क्रिकेटर्स
वेस्टइंडीज टीम के खिलाड़ी आईपीएल, बिग बैश लीग, पीएसएल और कई बड़ी टी20 लीग्स में खेलते हैं। क्योंकि बोर्ड की तरफ से इन्हें पैसे नहीं मिलते। इसलिए खिलाड़ी देश को छोड़कर टी20 लीग्स का रुख करते हैं। ताकि वह पैसे कमा सकें। इसलिए आईसीसी इवेंट्स में वेस्टइंडीज का प्रदर्शन गिरता जा रहा है। क्योंकि टीम के बड़े खिलाड़ी बोर्ड की बजाय लीग्स के साथ खेलना चाहते हैं।
टीम के पास स्पॉन्सर तक नहीं
साल 2016 भारत में हुए टी20 विश्वकप के दौरान वेस्टइंडीज बोर्ड की हालत इतनी खस्ताहाल हो गई थी कि बोर्ड के पास टीम की जर्सी बनवाने के लिए पैसे तक नहीं थे। जब वेस्टइंडीज की टीम भारत आई टीम को स्पॉन्सर मिला और फिर वेस्टइंडीज की टीम को नई जर्सी मिली। जिसके बाद वह चैंपियन बनी।