अहमदाबाद में 12 जून को हुए विमान हादसे में 270 लोगों की मौत हुई है। वही इस हादसे में और भी हजारों लोगों की जन जा सकती थी, लेकिन कैप्टन सुमीत सभरवाल के कारण इन लोगों की जान बच गई। जानकारी के अनुसार जब कैप्टन सुमीत को पता लगा की विमान क्रैश होने वाला है तो उन्होंने विमान को ऐसी जगह पर गिराया जहां नुकसान कम से कम हो सके।
थोड़ी सी और देरी होती तो बहुत बड़ी तबाही होती
बता दे कि जहा विमान गिरा यह इलाका कम आबादी वाला था, लेकिन इसके चारों ओर घनी बस्ती और तीन बड़े अस्पताल हैं। अगर यह विमान इस एरिया में गिरता तो तबाही बहुत बड़ी होती।
सिर्फ एक यात्री की बची जान
एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर फ्लाइट AI-171 ने गुरुवार को दोपहर में 1:38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी थी। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। दो मिनट बाद ही फ्लाइट क्रैश हो गई। इसमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात थे। वहीं बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। मृतकों में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी शामिल हैं, वहीं सिर्फ एक यात्री की जान बची है।