लुधियाना के जगराओं कें गांव रसूलपुर मल्ला के पूर्व सरपंच ने ऑस्ट्रेलिया के नंबर से खुद को धमकी भरा मैसेज करवाया। जिसको लेकर आरोपी गुरप्रीत सिंह गोपी ने अपना पक्ष रखते हुए खुलासा किया है। गुरप्रीत सिंह का कहना है कि पूर्व सरपंच गुरसिमरन सिंह के कहने पर ही पहले वॉइस मैसेज भेजा था।
गनमैन लेने के लिए करवाया धमकी भरा वॉइस मैसेज
मिली जानकारी के मुताबिक, गुरप्रीत ने खुलासा किया है कि पूर्व सरपंच पुलिस विभाग से गनमैन लेना चाहता था। लेकिन पुलिस उसे गनमैन नहीं दे रही थी। जिसके बाद पूर्व सरपंच ने उन्हें कहा कि आप लोग तो विदेश में बैठे हैं। आप उसे धमकी भरा वॉइस मैसेज भेज दें। ताकि वह इस के बाद शिकायत कर गनमैन ले लें।
मंत्री बिट्टू का है करीबी
उसने कहा कि पूर्व सरपंच ने कहा कि वह राज्य रेल मंत्री रवनीत बिट्टू का करीबी है। इस दौरान जब पुलिस की जांच शुरू हुई तो पूर्व सरपंच खुद ही अपने जाल में फंस गया। गुरप्रीत ने खुद को बचाने के लिए उन पर मामला दर्ज करवा है।
भाजपा का नाम जोड़कर मामला दर्ज करवा दिया
पूर्व सरपंच ने खुद को बचाने के लिए उन पर ही मामला दर्ज करवा दिया। जब कि वॉयस मैसेज में भाजपा संबंधी कोई बात ही नहीं कही गई। पूर्व सरपंच ने सिर्फ पुलिस से बचने के लिए भाजपा का नाम जोड़कर उन पर मामला दर्ज करवाया है। जबकि भाजपा में शामिल होने पर पूर्व सरपंच का पूरे गांव ने विरोध किया था।
पुलिस गहराई से करें जांच
वहीं, वॉइस मैसेज भेजने वाले ने कहा है कि पुलिस फिर से इस मामले की जांच करें। गुरप्रीत ने कहा पुलिस को पूर्व सरपंच के मोबाइल की जांच के दौरान पता चल जाएगा कि धमकी वाले मैसेज से पहले पूर्व सरपंच उल्टा उन्हें फोन करता रहा है। आरोपी ने अपने आप को बेकसूर बताते हुए कहा कि सिर्फ गनमैन लेने के लिए पूर्व सरपंच उनका इस्तेमाल किया है।
बेटे को भी दी थी जान से मारने की धमकी
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही गांव रसूलपुर मल्ला के पूर्व सरपंच गुरसिमरन सिंह ने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई थी उसे विदेशी नंबर से धमकी मिली है कि या तो भाजपा छोड़ दे या फिर जिंदगी छोड़ दें। इतना ही नहीं धमकी देने वाले ने उसके बेटे को भी जान से मारने की धमकी दी थी, जिसके बाद पुलिस ने ऑस्ट्रेलिया के रहने वाले गुरप्रीत सिंह और गांव रसूलपुर के रहने वाले हरविंदर सिंह भीमी के खिलाफ थाना हठूर में मामला दर्ज कर लिया था।
पूर्व पंच के बेटे के साथ कॉन्फ्रेंस लगा कॉल की
पूर्व सरपंच ने बताया कि इसके बाद आरोपी ने उसके गांव के रहने वाले पूर्व पंच के बेटे हरविंदर सिंह के फोन के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल लगा कर जान से मारने की धमकी दी। इसे लेकर जब उसने हरविंदर सिंह के साथ बात कर कहा कि तुम ने गुरप्रीत सिंह के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल के जरिए बात करवा कर गलत किया, तो हरविंदर सिंह ने कहा कि उसकी सहमति से कॉल की गई थी।