केंद्र सरकार की ओर से मंगलवार देर शाम एक बड़ा फैसला लिया गया। प्रशासनिक बदलाव करते हुए चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार का पद खत्म कर दिया गया और उन्हें मुख्य सचिव का पद दिया गया। आपको बता दें कि 40 साल बाद बड़ा प्रशासनिक बदलाव किया है। यह चंडीगढ़ के लिए एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक बदलाव है। इसके साथ ही चंडीगढ़ में दो IAS अधिकारियों के पद बढ़ाए गए हैं। अब अधिकारियों की संख्या 11 हो गई है।
40 साल पहले कुछ अहम फैसले लिए गए थे
बता दें कि 3 जून 1984 को केंद्र सरकार ने मुख्य आयुक्त का पद समाप्त कर उन्हें प्रशासक के सलाहकार का पद दे दिया था। वहीं, 40 साल बाद केंद्र सरकार ने फिर बदलाव किया है, जहां चंडीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार का पद खत्म कर मुख्य सचिव का पद बनाया गया है।
इस बदलाव से चंडीगढ़ का प्रशासनिक ढांचा मजबूत होगा
वहीं जानकारों की मानें तो इस बदलाव से चंडीगढ़ का प्रशासनिक ढांचा मजबूत होगा। चंडीगढ़ में जो भी अधिकारी सलाहकार के पद पर आता है। वह चीफ सेक्रेटरी के पद पर होता है। लेकिन यहां उसे सलाहकार कहा जाता है। इसलिए इस पद की मांग काफी समय से की जा रही थी।
अब इस तरह रहेगा यूटी प्रशासन का स्ट्रक्चर
चीफ सेक्रेटरी - 1, सेक्रेटरी ( होम) 1, सचिव ( फाइनेंस) 1सेक्रेटरी अर्बन प्लानिंग एंड समार्ट सिटी -1, डिप्टी कमिश्नर -1, ज्वाइंट सेक्रेटरी फाइनेंस 1, एक्साइज कमिश्नर 1, सेक्रेटरी (दो पद), एडिशनल सेक्रेटरी, एडिशनल डिप्टी कमिश्नर