Suzuki Motor Corporation starts making flying cars : भारत में फ्लाइंग कार एक हकीकत बनने के करीब है। सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन ने स्काईड्राइव इंक के सहयोग से फ्लाइंग कार का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। जापान के शिजुओका प्रान्त के इवाता शहर में सुजुकी के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में इसका प्रोडक्शन किया जा रहा है। यह प्लांट एक साल में 100 इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (eVTOL) फ्लाइंग कारों काे बना सकता है। उड़ने वाली कारें पूरी तरह से इलेक्ट्रिक और ऑटोमैटिक हैं। फ्लाइंग कार को एडवांस्ड एयर मोबिलिटी (AAM) या अर्बन एयर मोबिलिटी (UAM) के तौर पर भी जाना जाता है। जून 2023 में सुजुकी और स्काईड्राइव ने कंपनी स्काई वर्क्स इंक के जरिए स्काईड्राइव (SD-05 टाइप) के प्रोडक्शन के लिए एक मैन्युफैक्चरिंग कोऑपरेशन कॉन्ट्रैक्ट पर साइन किए।
सुजुकी-स्काईड्राइव की फ्लाइंग कार
ईवीटीओएल (eVTOL) फ्लाइंग कार बिजली से चलने वाला चालित ड्रोन है जिसमें ऑटोपायलट जैसे ऑटोमैटिक फीचर्स होते हैं। स्काईड्राइव ई-वीटीओएल एक कॉम्पैक्ट, तीन सीटों वाला ड्रोन है जो आम तौर पर एक हेलीकॉप्टर की तरह काम करता है। यह सीधे उतरने और उड़ान भरने में सक्षम है। इस फ्लाइंग कार की रेंज 15 मिनट की होगी, यानी 15 मिनट में ये करीब 15 किमी की दूरी तय करेगी।
रेंज 40 किमी तक ले जाने की कोशिश
वहीं, इसकी टॉप स्पीड 100 किमी प्रति घंटा है। कंपनी इसकी रेंज को 40 किमी तक ले जाने की कोशिश में लगी है। हाल के सालों में पर्सनल ट्रांसपोर्ट की मांग अपने चरम पर रही है। इससे शहरी क्षेत्रों में भारी ट्रैफिक बढ़ गया है। हालांकि, एयर टैक्सी पब्लिक ट्रांसपोर्ट का भविष्य हो सकती हैं ताकि ट्रैफिक को पार करके एक शहर से दूसरे के बीच आना-जाना आसान बनाया जा सके।
कतार में हैं ये ऑटो मेकर कंपनियां भी
सुजुकी और स्काईड्राइव के अलावा दूसरे ऑटो मेकर भी उड़ने वाली कार या एयर टैक्सी बनाने की कोशिश में लगे हैं। पहली कंपनी PAL-V लिबर्टी है, जिसने 2017 में पहली कमर्शियल फ्लाइंग कार 4,25,000 पाउंड (लगभग 3.52 करोड़ रुपये) में बेची थी। इसके बाद कोरियाई कार कंपनी हुंडई का नंबर आता है। 2028 में हुंडई एयर टैक्सी शुरू करने की तैयारी में है।
एक और उड़ने वाली कार का प्रोटोटाइप
स्काईड्राइव की तरह, हुंडई की फ्लाइंग कार भी ई-वीटीओएल कॉन्सेप्ट पर बेस्ड है, लेकिन इस मिनी एयरक्रॉफ्ट में पांच लोग बैठ सकते हैं। एक और उड़ने वाली कार का प्रोटोटाइप Aircar है, जिसे 2022 में नाइट्रा बेस्ड क्लेन विजन ने डिजाइन किया था। इसमें दो पैसेंजर बैठ सकते हैं। यह लगभग 190 किमी प्रति घंटे की एयर स्पीड और 8,000 फीट से अधिक की ऊंचाई तक उड़ान भर सकती है। यह फ्लाइंग कार 300hp, 1.6 लीटर बीएमडब्ल्यू इंजन के साथ 1,000 किमी की रेंज देती है।
ग्लोबल समिट में भारत की फ्लाइंग कार
स्काईड्राइव भारत में भी फ्लाइंग कार की शुरुआत करेगी। वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में कंपनी ने फ्लाइंग कार को पेश किया था। इसके अलावा स्काईड्राइव इंक ने 2027 तक गुजरात में फ्लाइंग कार का टेस्ट करने के लिए साइंस और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट (DST) के साथ एक समझौते की भी घोषणा की थी। डीएसटी के साथ कोऑपरेशन एग्रीमेंट के अनुसार टेस्ट के अलावा स्काईड्राइव बिजनेस के अवसर पैदा करने की भी योजना बना रही है। जापानी एयरक्रॉफ्ट कंपनी ने स्काईड्राइव फ्लाइंग कार के लिए साइएंट के साथ एमओयू साइन किया है। साइएंट हैदराबाद बेस्ड एक इंडियन कंपनी है जो स्काईड्राइव को टेक्नोलॉजी सपोर्ट उपलब्ध कराएगी।