खबरिस्तान नेटवर्क : पंजाब में जहां भारी बारिश ने कहर भरपाया वहीं उसके बाद राज्य में अब आई फ्लू ने दस्तक दे दी है। यह आंखों की बिमारियों में से एक है, इस बिमारी ने जुलाई में सूबे के 23 जिलों को प्रभावित किया है। जिसके कुल मरीज 9741 पाए गए है। वहीं स्वास्थ्य विभाग इसे महामारी बता रहा है और इसे सामान्य फ्लू की जगह वायरल एपिडेमिक केराटोकोनजक्टिवाइटिस (Viral epidemic keratoconjunctivitis) बताया जा रहा है जो एक आंखों का संक्रमण हैं।
इन जिलों में इतने मरीज
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 15 दिनों में पटियाला जिले में 2619 मरीज आई फ्लू से पीड़ित पाए गए हैं, जबकि साहिबजादा अजीत सिंह नगर दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा मरीजों पाए गए है। इसी तरह 31 मई तक 1039 मरीज जालंधर से आए हैं। यही कारण है कि पहली बार इस बीमारी के मरीजों की संख्या भी जिला स्तर पर की जा रही है।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि पहली बार इस बीमारी के इतने मरीज आए है इसलिए इसे महामारी बोला जा रहा है। पंजाब भर के सरकारी अस्पतालों की नेत्र ओपीडी में 676 मरीज फ्लू से संक्रमित पाए गए, जबकि 1 अगस्त को इसका आंकड़ा 750 था
इस बीमारी के लक्ष्ण
खासकर मोहाली में 1000 से ज्यादा मरीज इस बीमारी से पीड़ित पाए गए है। डॉक्टरों का मानना है कि आई फ्लू सामान्य है लेकिन यह बीमारी आंख को पूरी तरह लाल कर देता है जिससे आंखों से बार बार पानी आता रहता है जिसे ठीक होने में कई महीने लग जाते हैं। इस बीमारी से संक्रमित होने वाला ज्यादातर स्कूल के बच्चे है। वहीं स्कूलों को भी हिदायते जारी कर दी गई है कि जो भी बच्चा इस से संक्रमित होता है उसे अवकाश दिया जाए।
इन जिलों में ज्यादा मरीज
पंजाब के विभिन्न जिलों से मिली रिपोर्टों के अनुसार, 'वायरल महामारी केराटोकोनजक्टिवाइटिस' का संक्रमण उन जिलों में सबसे अधिक पाया जा रहा है, जहां बारिश ज्यादा हुई है। यही कारण है कि पटियाला और मोहाली में इसका आंकड़ा एक हजार से ज्यादा है। पंजाब में केवल बरनाला, फरीदकोट, गुरदासपुर, मालेरकोटला और श्री मुक्तसर साहिब जिले ही इस बीमारी के संक्रमण से बचे हुए हैं।