शिरोमणि अकाली दल में जहां लगातार बगावत देखने को मिल रही है। वहीं दूसरी तरफ प्रधान सुखबीर सिंह बादल के इस्तीफे की मांग को लेकर अकाली नेताओं को शिरोमणि कमेटी के सदस्य गुरप्रीत सिंह झब्बर ने कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल मजबूत लीडर है, जो किसी के आगे झूके नहीं। बठिंडा हलका से वह 4 बार जीते। फिरोजपुर से बादल लड़े होते तो जरूर जीतते।
गुरप्रीत ने कहा कि आज पार्टी को इकट्ठा होना चाहिए। जिस दिल्ली के इशारे पर पार्टी को कमजोर कर रहे है, उनसे टक्कर लेनी चाहिए। बंदी सिंहो को रिहा कराना चाहिए। अपनी राजधानी लेनी चाहिए। पानी और किसानों के मसलों को हल कराना चाहिए।
सुखबीर बादल मजबूत लीडर
वहीं अब अकाली दल का बागी गुट सोमवार को अमृतसर में श्री अकाल तख्त साहिब पहुंचा और उन्होंने पार्टी से हुई गलतियों को लेकर श्री अकाल तख्त साहिब के आगे माफीनामा पेश किया। इसी पर उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल को इस्तीफा देना चाहिए अगर कोर कमेटी में ज्यादा मेंबर इस्तीफा मांगे। उन्होंने कहा कि सुखबीर बादल मजबूत लीडर है। वह किसी के आगे झुके नहीं है।
विपक्षी पार्टियों पर साधा निशाना
वहीं, उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टियों को अपनी गिरेबान में झांकना चाहिए। गुरप्रीत नेकहा कि अकाली दल का प्रधान कहता है कि सिर जावे ता जावे मेरा सिखी सिदखी न जावे। अकाली दल आज भी तगड़ा है और आगे भी रहेगा। उन्होंने कहा कि ये सिर्फ अकाली दल के पीछे ही पड़े है। बाकि भाजपा, कांग्रेस, आप तो दिल्ली से चल रही है। इन्होंने कितनी सीटे हासिल कर ली।
अकली दल ने 13 सीटों पर अकेला चुनाव लड़ा
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में शिरोमणि अकाली दल ने पंजाब में अकेले ही चुनाव लड़ा। बीजेपी से अलग होकर अकाली दल ने राज्य की सभी 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। पंजाब की बठिंडा सीट पर ही सिर्फ अकाली दल कब्जा कर पाई। यहां से अकाली दल के सुप्रीमो सुखबीर सिंह बादल की पत्नी हरसिमरत कौर बादल ने चुनाव में जीत हासिल की। उन्होंने आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गुरमीत सिंह खुड्डियां को 49 हजार 656 वोटों के अंतर से हराया।