जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। दरअसल पुलिस ने वीजा पॉइंट के दफ्तर में देर रात दबिश दी। जिसके बाद पुलिस ने कई दस्तावेज बरामद करते हुए 2 लोगों को गिरफ्तार किया। वहीं इस मामले को लेकरकमिश्नर संदीप शर्मा ने बताया कि 5 पासपोर्ट बरामद किए है, जिस पर फेक वीजा लगे हुए है। साथ ही आरोपियों से 26.70 लाख की मनी बरामद की गई है।
कई और एजेंटस पर गिर सकती है गाज
जांच में सामने आया है कि लोकल एजेंट से बातचीत करके वीजा देने का झांसा देते थे। ऐसे में कई एजेंट के नाम सामने आ सकते है, जिसके कारण कई एजेंट पर जल्द गाज गिर सकती है।कमिश्नर संदीप शर्मा ने बताया कि बटाला के रहने वाले गुरनाम सिंह पुत्र कुन्नन सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में गुरनाम सिंह ने कहा था कि उसने अपने और अपने रिश्तेदारों और परिचितों से कनाडा के टूरिस्ट वीजे के लिए 25 असली पासपोर्ट और पैसे लिए थे।
उन्हें उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी संतोष कुमार को सौंप दिया था। आगे जानकारी देते हुए कमिश्नर संदीप शर्मा ने बताया कि संतोष दुबई का रहने वाला है और उनका असली नाम वाजिद अली है।
वाजिद अली, गांव बरसैनी टोला, गोरखपुर उत्तर प्रदेश और मुनीश कुमार पुत्र गुरदेव सिंह निवासी टीचर कॉलोनी, जिला एसबीएस नगर के रहने वाले है। ऐसे में काबू किए गए आरोपियों का दुबई में क्या लिंक निकलता है, इसकी जांच की जा रही है।
कनाडा टूरिस्ट वीजा के फर्जी स्टिकर लगे मिले
ज्वाइंट कमिश्नर ने कहा कि आरोपियों को नकद और बैंक ट्रांसफर के माध्यम से पेमेंट किया गया था। उन्होंने बताया कि वाजिद अली उर्फ संतोष ने वीजा आवेदन के लिए दिए गए असल पासपोर्ट में से 22 वीजा पासपोर्ट व्हाट्सएप के जरिए गुरनाम सिंह को भेजे थे। संदीप शर्मा ने बताया कि जांच करने पर पता चला कि ये वीजा फर्जी थे और इन पर कनाडा टूरिस्ट वीजा के फर्जी स्टिकर लगे हुए थे।
दोनों आरोपियों को पुलिस ने सब्जी मंडी से किया गिरफ्तार
ज्वाइंट कमिश्नर ने कहा कि पीड़ित की शिकायत के आधार पर धारा 406, 420, 465, 467, 468, 471 आईपीसी के तहत पुलिस स्टेशन डिवीजन नंबर 2 जालंधर में एफआईआर दर्ज की गई है। इसके बाद उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों संतोष कुमार उर्फ वाजिद अली और मुनीष कुमार को पुलिस ने जालंधर के डॉल्फिन होटल के पास सब्जी मंडी से गिरफ्तार किया गया।