पंजाब कांग्रेस से पूर्व विधायक दलवीर गोल्डी ने जल्द कांग्रेस में वापसी के संकेत दिए है। इस बात पर गोल्डी ने खुद बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस छोड़ना मेरी पहली और आखिरी गलती है। प्रताप सिंह बाजवा की नाराजगी पर भी दलवीर गोल्डी ने बयान दिया है कि प्रताप सिंह बाजवा उनके सीनियर नेता हैं और जल्द वह उनसे मुलाकात करेंगे।
नाराज होकर आप में गए थे
बता दें कि दलवीर गोल्डी पहले कांग्रेस पार्टी का हिस्सा थे। दरअसल लोकसभा चुनाव के दौरान संगरूर से टिकट के दावेदार थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। इससे नाराज होकर उन्होंने पार्टी को अलविदा कह दिया और आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे। फिलहाल पिछले कुछ दिनों में आम आदमी पार्टी में उनकी कोई सक्रियता नजर नहीं आई और उन्होंने कहा था कि वह किसी भी पार्टी का हिस्सा नहीं हैं।
इससे पहले उन्होंने कहा था कि 2027 में धुरी से ही चुनाव लडेंगे। अगर कांग्रेस टिकट देती है तो वह कांग्रेस पार्टी से चुनाव लडेंगे। उन्होंने कहा कि चाहे उन्हें मुख्यमंत्री के खिलाफ ही चुनाव लड़ना पड़े। दलवीर गोल्डी ने कहा कि वह छह महीने से घर में बैठे है।
धुरी सीट से कांग्रेस के विधायक रहे
बता दें कि दलवीर गोल्डी संगरूर जिले की धुरी सीट से पूर्व विधायक दलवीर गोल्डी कांग्रेस से इस्तीफा देकर मई में आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए थे। पंजाब के सीएम भगवंत मान ने उन्हें पार्टी में शामिल करवाया था।
2017 में जीत की थी हासिल
साल 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में दलवीर गोल्डी धुरी सीट पर आम आदमी पार्टी के जसवीर सिंह जस्सी को 2838 वोट से हराकर विधायक बने थे। साल 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में गोल्डी ने धुरी सीट से ही सीएम भगवंत मान के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए। वह तब दूसरे स्थान पर रहे।