Priyanka Gandhi Vadra Addressed an election rally in Latur : कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी-वाड्रा ने पीएम मोदी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए दावा किया कि भाजपा नेता संविधान बदलने की जो बात कर रहे हैं, उसके पीछे उन्हें 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन' प्राप्त है। लातूर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा के अपने मंत्री और नेता खुलेआम दावा कर रहे हैं कि 400 से ज्यादा सीटें मिलने के बाद संविधान बदल दिया जाएगा और ऐसा "पीएम की सहमति" से हो रहा है। प्रियंका गांधी लातूर (एससी) लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे 'इंडिया'-एमवीए-कांग्रेस उम्मीदवार शिवाजी कालगे के लिए प्रचार कर रही थीं।
संविधान से छेड़छाड़ की कोशिश से इनकार
उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा जनता को संविधान द्वारा प्रदत्त उनके समान अधिकारों से वंचित करने और देश को कमजोर करने के लिए संविधान को बदलना चाहती है, लेकिन मामला सार्वजनिक होने के बाद पीएम मोदी ने इसे दरकिनार करने का प्रयास किया और संविधान के साथ छेड़छाड़ की किसी भी कोशिश से इनकार किया।
संविधान और लोकतंत्र को बचाने का समय है
प्रियंका गांधी ने कहा, यह संविधान और लोकतंत्र को बचाने का समय है… अपने वोट का बुद्धिमानी से उपयोग करें। अपने भविष्य, अपने अधिकारों और लोकतंत्र तथा संविधान को बचाने के लिए देश की प्रगति के लिए वोट करें... हमारे महान नेताओं के महान बलिदानों से देश ने अपनी आजादी हासिल की और अब इसे सुरक्षित रखना आपके ऊपर है।
विफलताओं को छिपाने के लिए देते रहते दोष
दस साल में महाराष्ट्र में अपनी पहली चुनावी रैली में उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दो कार्यकालों में भाजपा सरकार ने क्या किया, इसके बारे में बात करने की बजाय, पीएम मोदी अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए पिछले 70 वर्षों के सभी शासनों को दोष देते रहते हैं। उन्होंने पूछा नौकरी, शिक्षा, महंगाई को नियंत्रित करने, गरीबों, युवाओं, किसानों, महिलाओं और समाज के अन्य वर्गों के जीवन में सुधार लाने के आपके सभी बड़े वादों का क्या हुआ?
कोई भी इतनी गहराई तक नहीं गिरा अतीत में
उन्होंने प्रधानमंत्री पर ''एक पार्टी (कांग्रेस) कैसे एक्स-रे मशीन चलाएगी और लोगों का सारा सामान या संपत्ति हड़प लेगी, जैसे बेतुके दावे करके प्रमुख मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए भी हमला किया। कांग्रेस नेता ने कहा, "लोग इस तरह की बातों से खुश होते हैं, लेकिन पीएम इस गलत धारणा में हैं कि वह खुलेआम झूठ बोलकर जनता को बेवकूफ बना सकते हैं। अतीत में कई महान प्रधानमंत्री हुए हैं, लेकिन कोई भी इतनी गहराई तक नहीं गिरा, या अपने पद की गरिमा नहीं घटाई।