गर्मियों के सीजन में अक्सर गेहूं की फसल को आग लगने की घटनाएं सामने आती हैं। खेत के खेत जलकर राख हो जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है कि पावरकॉम की केबल खेतों से निकलती है और कई बार चिंगारियां निकल कर पकी हुई फसल पर पड़ती हैं तो पूरे खेत में आग लग जाती है।
ऐसी अनहोनी घटनाएं न हो। उसके लिए पावरकॉम ने गर्मी सीजन की शुरुआत होते ही। जालंधर शक्ति सदन के अधीन आते सब स्टेशनों के एक्सईएन को हिदायतें जारी की है कि कंट्रोल रुम स्थापित किए जाएं और किसानों की फसलों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं।
पावरकॉम द्वारा जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि जिन किसानों के खेतों में से तारें निकल रही हैं और अगर व ढीली हैं व काफी नजदीक हैं तो उसे ठीक किया जाए। अगर किसी जगह पर बिजली का पोल लगने वाला है तो उसे लगाया जाए। ट्रांसफार्मर के आसपास फसल की कटाई करके रखें ताकि चिंगारी निकलने के बाद आग न लग सके।
वहीं पावरकॉम ने किसानों से अपील की है कि खेतों में काम करने वाले मजदूरों को कहें कि फसल के नजदीक सिगरेट व बीड़ी न पीएं। बांस व लकड़ी से बिजली की तारों को न छेड़ा जाए। इससे भी चिंगारियां निकलने का डर बना रहता है।
कटी हुई फसल की नाड़ को आग न लगाएं। हारवेस्टर कंबाइन सिर्फ दिन के समय ही चलाएं। कंबाइन चलाते हुए जो चिंगारियां निकलती हैं। उसका ध्यान रखा जाए। कंबाइन चलाते हुए ढीली तारों का खास तौर पर ध्यान रखें ताकि मशीन चलते हुए टकरा न जाए।
पावरकॉम को इन नंबरों पर करें सूचित
बिजली की तारों से आग लगने के डर को लेकर पावरकॉम ने नंबर जारी किए हैं। अगर किसी तरह की परेशानी व दिक्कत खेतों में आती है तो 96461-06835, 96461-06836 व 1912 पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। व्हाट्सएप्प नंबर 96461-06836 पर फोटो व वीडियो भेज कर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।