पावरकॉम के लिए इस बार की गर्मी बढ़ी मुसीबत पैदा करने वाली है। मई महीने में तापमान 42 डिग्री के करीब पहुंच चुका है। जिस कारण पावरकॉम की केबलें और फीडर हीट होने शुरु हो चुकी हैं। रात के समय आए फाल्ट को कर्मचारी सुबह ठीक करने में लगे हुए हैं। पावरकॉम की चारों डिविजनों में हर रोज 100 से 200 के करीब शिकायतें तारें जलने और ट्रांसफार्मर जलने की ही आ रही हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि गर्मी की शुरुआती सीजन में ही जहां लोगों के पसीने छूटने हो गए है। वहीं पावरकॉम के लिए भी मुसीबत बनती जा रही हैं।
ट्रांसफार्मर अपग्रेड करने वाले हैं और केबलों की रिपेयर होने वाली है
पावरकॉम से रिटायर्ड कर्मचारी संजीव ने बताया कि हर साल गर्मी अपना कहर बरपा रही है। जिसके मद्देनजर लोग घरों में कूलर व एसी सबसे ज्यादा लगवाने लग गए हैं। जिस कारण ट्रांसफार्मरों पर लोड बढ़ता जा रहा है। ट्रांसफार्मर अपग्रेड न होने के कारण ही रात के समय फाल्ट आता है। क्योंकि रात के समय ही एसी व कूलर चलते हैं। जिससे एक दम से सारा लोड ट्रांसफार्मर पर पढ़ जाता है। इसी के साथ पूरे शहर में पिछले सीजन रिपेयर का काम भी नाममात्र ही हुआ है। गर्मियों की शुरुआत से पहले रिपेयर का काम भी नहीं हो पाया। जिसका खमियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
बाजारों में ज्यादा खतरा रहेगा इस बार
पावरकॉम के एक्सपर्ट सुशील कुमार ने बताया कि इस बार जिस तरह से गर्मी पड़ने वाली है। उससे बाजारों में आग लगने का खतना भी ज्यादा है। क्योंकि जितने भी बाजार हैं। सभी संकरे हैं और इन बाजारों के बीचो बीच से गुजरती तारों के गुच्छों के जोड़ ढीले हो चुके हैं। स्पार्किंग होने के तुरंत बाद आग लग सकती है। अगर अभी भी समय रहते तारों के गुच्छों को सही नहीं किया गया तो इस बार बढ़ा हादसा बाजारों मे देखने को मिलेगा।
स्टाफ की शॉर्टेज के कारण फाल्ट ठीक करने में हो रही देरी
पावरकॉम की हर एक डिविजन में स्टाफ की भारी कमी है। जिस कारण देर रात को खराब हुई केबल व ट्रांसफार्मर को कर्मचारी सुबह ही रिपेयर कर रहे हैं। एक मिनट में कर्मचारियों को 4 से 5 फोन लोगों के फाल्ट ठीक करने के आ जाते हैं।