देश के कई राज्यों में इस समय भारी बारिश हो रही है। जिसके कारण कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति बन गई है। वहीं असम में बाढ़ से अब तक मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 56 हो गया है। काजीरंगा नेशनल पार्क में बाढ़ में अब तक कुल 31 जानवरों की डूबने से मौत हो चुकी है।
इन 17 राज्यों बारिश का अलर्ट
IMD ने गुरुवार के लिए 17 राज्यों- जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, सिक्किम, उत्तरी पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, असम, नागालैंड, त्रिपुरा, मिजोरम, महाराष्ट्र, गोवा में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। 11 राज्यों- हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, राजस्थान, गुजरात, कर्नाटक, केरल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
उत्तराखंड में भारी बारिश के रेड अलर्ट के बीच राज्य भर में जलभराव, भूस्खलन और सड़क अवरोधों का सामना कर रहा है। बुधवार को करीब 125 सड़कें ब्लाॅक हो गई हैं और उत्तराखंड में कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। IMD ने राज्य के सभी जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
9 राज्य और नेशनल हाईवे समेत 125 सड़कें ब्लाॅक
रिपोर्ट के मुताबिक,बुधवार को बारिश के कारण राज्य में लगभग 125 सड़कें ब्लॉक हो गईं। जबकि स्टेट पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट (पीडब्ल्यूडी) ने आज 87 सड़कों को खोलने की कोशिश की है और 63 सड़कें अभी भी खोली जानी बाकी हैं। ये सभी सड़कें पौडी, देहरादून, पिथौरागढ, चंपावत, अल्मोडा और नैनीताल जिलों में हैं।
बद्रीनाथ, यमुनोत्री और आदि कैलाश हाईवे पर भूस्खलन
लगातार बारिश के बीच भूस्खलन के कारण चारधाम मंदिरों की ओर जाने वाले नेशनल हाईवे भी ब्लॉक हैं। लामबगड़ के पास पागल नाला में भूस्खलन का मलबा आने से बद्रीनाथ नेशनल हाईवे ब्लॉक हो गए हैं। यमुनोत्री हाईवे, डबरकोट के पास भी भूस्खलन का सामना करना पड़ा जिससे सड़क ब्लॉक हो गई। इसके अलावा, धारचूला और तवा घाट नेशनल हाईवे भी उस समय अवरुद्ध हो गया जब बुधवार को रौंगती नाला के पास पहाड़ों का एक बड़ा हिस्सा टूट गया।
कश्मीर में हीटवेव, स्कूलों में 13 दिन की छुट्टी
एक तरफ जहां बाकी देश मानसूनी बारिश हो रही है, वहीं गर्मियों में भी ठंडी रहने वाली कश्मीर घाटी इन दिनों तप रही है। श्रीनगर, गुलमर्ग, सोनमर्ग में पहली बार पूरी घाटी लू की चपेट में है। पारा लगातार 32 डिग्री से ऊपर बना हुआ है।गुरुवार को यह 35.7 डिग्री रहा। यह सामान्य से करीब 7 डिग्री ज्यादा है। इससे पहले 9 जुलाई 1999 को श्रीनगर में 37 डिग्री तापमान था। हीटवेव के कारण घाटी के स्कूलों में 17 जुलाई तक गर्मी की छुट्टी घोषित कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने भी हेल्थ एडवाइजरी जारी कर दी है।
हिमाचल में भारी बारिश और फ्लैश-फ्लड की चेतावनी
हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बीती रात से बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने शिमला, सिरमौर और मंडी जिले में आज फ्लैश फ्लड की भी चेतावनी जारी कर रखी है। इन जिलों में भारी बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं। वहीं भारी बारिश के बाद 81 सड़कें बंद पड़ी है। इनमें 59 सड़कें अकेले मंडी जिला की है।
दो महीने तक एडवेंचर एक्टिविटी पर लगी रोक
हिमाचल प्रदेश में मानसून के खतरों को देखते हुए एडवेंचर एक्टिविटी पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। सरकार के आदेशा अनुसार, 15 जुलाई से 15 सितंबर तक पैराग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग, वाटर स्पोर्ट्स और एडवेंचर एक्टिविटी की इजाजत नहीं होगी।
इसके साथ-साथ जिला प्रशासन की तरफ से नदी नालों के आसपास कैंपिंग साइट्स को भी हटाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि मानसून सीजन में नदी नालों के आसपास अचानक बाढ़ आने से किसी तरह का जानमाल का नुकसान न हो, इसको लेकर भी प्रशासन की तरफ से एडवाइजरी आर्डर जारी किए गए हैं।