ईरान की मर्चेंट नेवी ने दुबई में एक निजी कंपनी में काम करने वाले 9 भारतीय मर्चेंट नेवी को अरेस्ट कर लिया है और उन्हें अहवाजी जेल में बंद कर दिया है। अरेस्ट किए गए भारतीयों में 2 पंजाब के होशियारपुर और पठानकोट के रहने वाले हैं। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है इन्हें क्यों अरेस्ट किया गया है।
जेल में बंद बेटे ने पिता को बताई आपतीबी
इसका घटना का उस समय पता चला जब जेल में बंद होशियारपुर के कलोटा गांव के रहने वाले 22 साल के मनोज ने पिता को फोन कर इसके बारे में बताया। मनोज ने बताया कि उनका बेटा दुबई में फाइव ओसियन कंपनी अलमोटावास्ट मैरिज सर्विस एजेंसी में काम करता है। वह अपने साथियों के साथ जांजीबार के रेजी बंदरगाह से ईरान की तरफ निकले थे।
वहां पर ईरानी मर्चेंट नेवी ने पकड़ लिया और कुछ दिनों तक बंदरगाह पर ही रखे रखा। इसके बाज 25 मई को उन्होंने किसी बहाने से सभी भारतीयों को अहवाजी के जेल में ले जाकर बंद कर दिया। अभी तक उनके बेटे का सिर्फ एक वॉयस मैसेज आया है जिसमें वह कहा रहा है कि जहाज के सभी 9 भारतीयों को जेल में डाल दिया गया है और हमें पीटने के साथ-साथ खाना भी नहीं दिया जा रहा है।हमें यहां से छुड़ाया जाए।
परिवार ने केंद्र सरकार से लगाई मदद की गुहार
परिवार ने इस घटना के बाद विदेश मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है। जिसमें कहा कि सरकार ईरान की जेल में बंद उनके बेटे को छुड़ाने और वापिस लाने में मदद करे। हालांकि अभी तक इस मामले में विदेश मंत्रालय की तरप से कोई जवाब नहीं आया है।