खबरिस्तान नेटवर्क: मणिपुर में शनिवार रात 11:45 बजे से पांच जिलों में इंटरनेट बंद करने का फैसला लिया गया है। इसमें राजधानी इंफाल से जुड़े इंफाल ईस्ट, इंफाल वेस्ट, थौबल बिष्णुपर और काकचिंग जिले शामिल हैं। प्रशासन ने ये फैसला मैतेई समुदाय के नेता अरामबाई तैंगगोल की गिरफ्तारी की वजह से लिया गया है।
दरअसल, मैतेई गुट के नेता की गिरफ्तारी की वजह से प्रशासन को आशंका है कि कुछ असामाजिक तत्व सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट और अफवाहों के जरिए माहौल खराब करने की कोशिश कर सकते हैं, जिसके चलते कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है।
3 मई 2023 को कुकी-मैतेई समुदाय के बीच संघर्ष शुरू हुआ था, जो आज भी जारी है। इन दो सालों में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। 1500 से ज्यादा घायल हुए। 70 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हैं। 6 हजार से ज्यादा FIR दर्ज हुई हैं।
मणिपुर में हिंसा की वजहें कई हैं, जिनमें से प्रमुख ये हैं-
- मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मांग: मैतेई समुदाय के लोग चाहते हैं कि उन्हें कुकी समुदाय की तरह राज्य में एसटी का दर्जा मिले। हालांकि, कुकी समुदाय ने इस मांग का विरोध किया।
- आरक्षित वन भूमि पर अतिक्रमण: कुकी ग्रामीणों को आरक्षित वन भूमि से बेदखल करने को लेकर तनाव था।
- म्यांमार से अवैध प्रवास: म्यांमार से अवैध प्रवास ने भी तनाव बढ़ा दिया।
- बढ़ती आबादी: बढ़ती आबादी के कारण भूमि उपयोग पर दबाव है।
- बेरोज़गारी: बेरोज़गारी ने युवाओं को मिलिशिया की ओर धकेल दिया है।
- पुलिस द्वारा महिलाओं को दंगाइयों को सौंप देना: हिंसा के दौरान पुलिस ने भीड़ से बचने के लिए मदद की गुहार लगाने वाली कुकी-जोमी समुदाय की दो महिलाओं को दंगाइयों को सौंप दिया था। इसके बाद भीड़ ने उनका यौन उत्पीड़न किया।
- जुलाई 2023 में वायरल हुआ एक वीडियो: इस वीडियो में दो महिलाओं को पुरुषों की भीड़ द्वारा नग्न अवस्था में एक खेत की ओर चलने के लिए मजबूर किया जा रहा था।