ख़बरिस्तान नेटवर्क : भारत सरकार कि तरफ़ से हाल ही में नए IMEI नियम लागू किए गए हैं। टेलीकॉम फ्रॉड से निपटने के लिए National Portal of India ने लगभग 3.4 करोड़ से ज़्यादा मोबाइल फ़ोन्स को डिस्कनेक्ट कर दिया और वहीं 3.19 लाख IMEI नंबर को ब्लॉक कर दिया गया है। यह कार्रवाई साइबर क्राइम को रोकने के लिए की गई है।
संचार साथी नागरिकों के लिए मददग़ार
जानकारी देते हुए डॉ. चंद्रशेखर पेम्मासानी ने कहा कि संदिग्ध धोखाधड़ी से जुड़ी शिकायतें मिलने के तुरंत बाद ही इनकी जांच शुरू कर देता है। उसके बाद जांच में पाए गए गलत नंबर को ब्लॉक कर दिया जाता है। टेलिकॉमनिकेशन विभाग ने अपनी जांच के लिए क्राउड-सोर्स डेटा का इस्तेमाल करता है, ताकि टेलीकॉम रिसोर्सेस का किसी भी प्रकार से गलत इस्तेमाल होने से रोका जा सके। सरकार के संचार साथी पोर्टल पर नागरिकों को संदिग्ध धोखाधड़ी से जुड़े कम्युनिकेशन को रिपोर्ट करने की सुविधा भी मिलती है।
UCC की समय सीमा घटाकर 5 दिन
उन्होंने आगे बताया कि AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) बिग डेटा की सहायता से लगभग 17 लाख वॉट्सऐप नंबर ब्लॉक किए गए। उसके साथ ही अनरजिस्टर्ड सेंडर के खिलाफ एक्सेस प्रोवाइडर की तरफ़ से Unsolicited Commercial Communication (UCC) को लेकर कार्रवाई करने की समय सीमा भी 30 दिनों से घटाकर 5 दिन की कर दी गई है।
20 हजार से ज्यादा बल्क मैसेज भेजने वाले ब्लॉक
राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्रशेखर ने कहा कि UCC भेजने वालों के खिलाफ सख़्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए क्राइटेरिया को रिवाइज कर पहले से अधिक कठोर बनाया गया है। यह 'संचार साथी पहल' के ज़रिए 20,000 से ज़्यादा बल्क में एसएमएस भेजने वालों को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है।