लंग्स यानी फेफड़े हमारे शरीर के सबसे अहम अंगों में से एक हैं। ये हमारे शरीर के सभी अंगों तक साफ ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करते हैं। इसलिए स्वस्थ शरीर के लिए फेफड़ों का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है। लेकिन आजकल के गलत खानपान और खराब जीवनशैली के कारण फेफड़े समय से पहले कमजोर हो जाते हैं। प्रदूषण या धूम्रपान जैसी गलत आदतों के कारण हमारे फेफड़े काफी कमजोर हो जाते हैं। इसके अलावा लंग इंफेक्शन से संक्रमित होने पर शारीरिक स्वास्थ्य काफी बिगड़ सकता है। अगर फेफड़ों में किसी तरह की परेशानी हो जाए, तो इससे सांस से जुड़ी समस्याओं और कई गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन आप रोजाना कुछ एक्सरसाइज करके अपने फेफड़ों को मजबूत बना सकते हैं। आइये जानते हैं इन एक्सरसाइज के बारे में...
रिब स्ट्रेच से पसलियां खुलती और सिकुड़ती हैं
रिब स्ट्रेच में आपको सांसें काफी तेजी से लेनी और छोड़नी होती है। इस एक्सरसाइज से आपकी पसलियां खुलती और सिकुड़ती हैं। इससे आपको फेफड़ों द्वारा अधिक से अधिक ऑक्सिजन लेने में भी आसानी होती है। लंग्स के लिए ये एक बेहतरीन एक्सरसाइज में से एक है।
योगा बेहतरीन उपाय
शरीर के किसी भी भाग को मजबूत बनाने के लिए योगा बेहतरीन उपाय है। योगा के दौरान गहरी और लंबी सांस लेने से शरीर में ब्लड सर्क्युलेशन बेहतर होता है। जिससे फेफड़ों को उचित पोषण प्राप्त हो पाता है। इसके साथ ही गहरी सांस लेने से हम ज्यादा से ज्यादा ऑक्सीजन ग्रहण कर पाते हैं और फेफड़े स्वस्थ होने के दिशा में अग्रसर हो जाते हैं।
एरोबिक्स करने से दिल और फेफड़े होते हैं मजबूत
एरोबिक्स एक लयबद्ध गति से बड़े मांसपेशी समूहों को टारगेट करके फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाने वाली एक्सरसाइज है। एरोबिक्स करने से दिल और फेफड़े मजबूत होते हैं और यह शरीर को धैर्य रखना भी सिखाता है। एरोबिक्स करने से शरीर अधिक कुशलता से ऑक्सीजन का उपयोग करने में सक्षम होता है और यह सांस लोने की क्षमता को भी बढ़ा सकता है। आपको लंबे ब्रिस्क वॉक के लिए रोजाना जाना चाहिए। स्थिर बाइकिंग एक अन्य प्रकार की एरोबिक एक्सरसाइज है जो फेफड़ों की क्षमता में सुधार करने में मदद कर सकती है।
स्वीमिंग से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है
स्वीमिंग के दौरान आपके फेफड़े काफी सक्रिय रहते हैं और गहरी सांस लेने और देर तक थामे रखने का अभ्यास करते हैं। इससे फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और लंग्स मसल्स पर सकारात्मक दबाव पड़ता है। स्वीमिंग एक बेहतरीन लंग एक्सरसाइज है।
बेबी पुश-अप्स से मांसपेशियां नरम होती है
बेबी पुश अप्स, पुश अप्स का ही एक रूप है। लेकिन इस एक्सरसाइज में आपको अपने कंधे सख्ती से नहीं रखने होते हैं। इस एक्सरसाइज से आपकी मांसपेशियां नरम होती है और आपका पॉश्चर भी सुधरता है। इस एक्सरसाइज से आपके फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है।
ब्रीदिंग से फेफड़े पूरी तरह खुलने लगते हैं
ब्रीदिंग एक्सरसाइज का मूल केंद्र अपनी सांस पर काबू पाना होता है। इससे आपका शरीर शांत होता है और श्वसन तंत्र पर तनाव कम होता है। इसके अलावा ब्रीदिंग एक्सरसाइज के दौरान लंबी और गहरी सांस लेने से फेफड़े पूरी तरह खुलने लगते हैं।
कार्डियो फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है
रनिंग या अन्य कार्डियो एक्सरसाइज का अभ्यास करने के लिए आपको काफी सारी ऑक्सीजन की जरूरत होती है। जिसके लिए आपके फेफड़े अतिरिक्त मेहनत करते हैं। यह मेहनत फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में काफी कारगर साबित होती है। इसलिए फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए आलस को छोड़ एक्सरसाइज पर ज्यादा ध्यान दें।