पाइल्स की बीमारी यानी बवासीर ऐसी बीमारी है जिस पर चर्चा करने में आज भी लोग संकोच करते हैं। मगर लापरवाही के कारण ये बीमारी काफी दर्दनाक होती है और गंभीर रूप धारण कर लेती है। खराब खानपान और गलत लाइफस्टाइल के चलते आज करोड़ों लोग पाइल्स की बीमारी से परेशान हैं। पाचन तंत्र में गड़बड़ी या कब्ज इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण है। इस बीमारी में मलाशय के भीतरी और बाहरी हिस्से में सूजन आने लगती है। इसकी वजह से मल त्याग करने में दिक्कत होती है और कई बार ब्लीडिंग भी होने लगती है। पाइल्स होने पर आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
बवासीर क्यों होता है?
बवासीर की समस्या में आपके गुदा में मस्से बन जाते हैं, जिनकी वजह से मल त्याग करते समय ब्लीडिंग और दर्द की समस्या होती है। शौच करते समय जोर लगाने पर गुदा में बने मस्से बाहर आ जाते हैं, जिसकी वजह से मरीज की हालत गंभीर हो सकती है। बवासीर की शुरुआती स्टेज में मरीज को न के बराबर लक्षण दिखाई देते हैं। इसके बाद जैसे ही यह समस्या दूसरी स्टेज में पहुंचती है, तो मरीज की परेशानियां बढ़ने लगती हैं। बवासीर की समस्या ज्यादातर लोगों में कब्ज और पेट की खराबी के कारण होती है। असंतुलित खानपान या बहुत ज्यादा मसालेदार भोजन खाने से बवासीर की समस्या का खतरा बढ़ जाता है। बवासीर होने के कुछ प्रमुख कारण इस तरह से हैं-
- कब्ज और पेट से जुड़ी समस्याओं के कारण
- टॉयलेट में बहुत ज्यादा देर तक बैठने के कारण
- आनुवांशिक कारणों की वजह से बवासीर
- बहुत ज्यादा देर तक एक ही जगह पर बैठने के कारण
- प्रसव (डिलीवरी) के दौरान परेशानियों के कारण
- शौच के समय बहुत ज्यादा जोर लगाने के कारण
- बहुत ज्यादा तला-भुना और मसालेदार भोजन का सेवन
- लिवर से जुड़ी क्रोनिक बीमारी के कारण
- मोटापे की समस्या के कारण
बवासीर में कपूर के फायदे -
कपूर औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटीसेप्टिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो पाइल्स की परेशानियों को दूर करने में मदद करते हैं। यह बवासीर में होने वाली सूजन से राहत दिलाता है। साथ ही, जलन, खुलजी और इन्फेक्शन को भी दूर करता है। इसमें एंटीसेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो बवासीर के घाव को जल्दी भरने में मदद करते हैं। कपूर का इस्तेमाल करने से बवासीर के मस्सों से भी निजात मिल सकती है।
बवासीर में ऐसे करें कपूर का इस्तेमाल -
कपूर का तेल - बवासीर की परेशानियों को कम करने के लिए आप कपूर का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए रूई को कपूर के तेल में डुबोकर इसे अपने मलद्वार पर लगाएं। ऐसा करने से बवासीर में होने वाली जलन और सूजन से राहत मिलेगी। साथ ही, मस्सों को खत्म करने में भी मदद मिलेगी।
कपूर और गुनगुना पानी - बवासीर में होने वाली सूजन और दर्द को कम करने के लिए कपूर और गुनगुने पानी का घोल फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए 1 गिलास गुनगुने पानी में 1 कपूर की गोली मिलाकर घोल तैयार कर लें। जब यह थोड़ा ठंडा हो जाए, तो इससे प्रभावित हिस्से की सिकाई करें। इससे दर्द से भी आराम मिलेगा और संक्रमण का खतरा भी नहीं रहेगा।
हालांकि, अगर आपकी परेशानी बढ़ रही है, तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।