History was created today in Brisbane, 64 years ago : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का तीसरा मुकाबला (14 दिसंबर) से ब्रिस्बेन के गाबा में शुरू हुआ है। देखा जाए तो ब्रिस्बेन का गाबा मैदान क्रिकेट जगत को कई एतिहासिक पल दे चुका है। 64 साल पहले साल यानी साल 1960 में 14 दिसंबर को ही गाबा में इतिहास रचा गया था तब ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया टेस्ट मैच (9-14 दिसंबर) टाई हो गया था। क्रिकेट इतिहास का ये पहला टाई टेस्ट मैच था। भारतीय टीम ने पर्थ टेस्ट में 295 रनों से जीत हासिल की थी जबकि एडिलेड टेस्ट को ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से जीता था अब जो भी टीम इस मुकाबले को जीतेगी वो सीरीज में बढ़त ले लेगी।
ऐसा रहा था उस ऐतिहासिक मैच का हाल
उस टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए 453 रन बनाए। गैरी सोबर्स ने शानदार 132 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया की ओर से तेज गेंदबाज एलन डेविडसन ने 5 विकेट चटकाए। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने नॉर्म ओ'नील के 181 रनों की बदौलत पहली इनिंग्स में 505 रनों का स्कोर खड़ा किया यानी पहली पारी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया को 52 रनों की लीड मिली। वेस्टइंडीज के लिए वेस हॉल ने चार विकेट हासिल किए।
284 रनों पर सिमट गई वेस्टइंडीज की टीम
फिर वेस्टइंडीज की टीम अपनी दूसरी पारी में 284 रनों पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया की ओर से एलन डेविडसन ने फिर तूफानी बॉलिंग की और छह विकेट लिए। अब मेजबान टीम के सामने 233 रनों का टारगेट था। टारगेट का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया ने 92 रनों के स्कोर पर 6 विकेट खो दिए थे तब ऐसा लग रहा था कि मैच वेस्टइंडीज की टीम अपने नाम कर लेगी।
आखिरी ओवर में जीत के 6 रन नहीं बनें
लेकिन एलन डेविडसन और कंगारू कप्तान रिची बेनो ने खूंटा गाड़ लिया। दोनों के बीच सातवें विकेट के लिए 134 रनों की पार्टनरशिप हुई। इस पार्टनरशिप का अंत दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से हुआ, जब डेविडसन 80 रनों के निजी स्कोर पर रनआउट हो गए। हालांकि तब तक मैच रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका था। ऑस्ट्रेलिया को आखिरी ओवर में जीत के लिए 6 रन चाहिए थे और उसके तीन विकेट बाकी थे। वो ओवर तेज गेंदबाज वेस हॉल ने फेंका था।
ऑस्ट्रेलिया के बाकी के तीन विकेट भी गिरे
बता दें कि तब एक ओवर में 8 गेंदें फेंकी जाती थीं। उस ओवर में सिर्फ 5 रन बने और ऑस्ट्रेलिया के बाकी के तीन विकेट भी गिरे। जिसके चलते कंगारू टीम 232 रनों पर ऑलआउट हो गई और मुकाबला टाई हो गया। हॉल ने पहले रिची बेनो (52 रन) को विकेट के पीछे कैच आउट कराया जबकि वैली ग्राउट और इयान मेकिफ रनआउट हुए। हॉल ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में 5 विकेट चटकाए।
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच मद्रास टेस्ट टाई
देखा जाए तो टेस्ट क्रिकेट में अब तक दो ही मुकाबले टाई हुए हैं। साल 1986 में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच मद्रास (अब चेन्नई) टेस्ट मैच भी टाई हो गया था। खास बात यह है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर बॉब सिम्पसन अब तक हुए दोनों टाई टेस्ट मैच के गवाह रहे हैं। इतिहास के पहले टाई टेस्ट मैच में वह बतौर खिलाड़ी मैदान पर मौजूद थे। वहीं दूसरे में वह ऑस्ट्रेलियाई टीम के हेड कोच की भूमिका में थे।