पंजाब में सरकारी बसों के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठ गए है। कर्मचारियों ने मांगों को लेकर 18 डिपों बंद कर दिए हैं। रोडवेज बसें रोक कर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। पनबस यूनियन के सदस्यों का कहना है कि उन्हें समय पर वेतन नहीं मिल रहा है। इसी को लेकर सरकार को अल्टीमेटम देते हुए आज उन्होंने पंजाब के 18 डिपो में पंजाब रोडवेज की बसें बंद कर दी है।
जो लोग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, वे अपना संघर्ष तब तक जारी रखेंगे जब तक कि उनको वेतन नहीं मिल जाता भुगतान नहीं हो जाता और दुर्घटना में मारे गए ड्राइवरों के बकाये का भुगतान नहीं हो जाता।
बस स्टैंड पर यात्री हुए परेशान
लेकिन रोडवेज की हड़ताल के बाद लुधियाना के बस स्टैंड पर अपने घर जाने या रिश्तेदारों के पास जाने के लिए आए आम यात्री काफी देर तक बस स्टैंड पर पंजाब रोडवेज की बसों का इंतजार करते नजर आए, खासकर महिलाएं जो यात्रा मुफ्त कर रही हैं। पंजाब रोडवेज में आधार कार्ड पर उन्होंने कहा कि उनके पास पर्याप्त पैसे हैं। कई महिलाओं ने कहा कि वे घर से पैसे भी नहीं लाई।
लुधियाना डिपों की114 बसें पूरी तरह बंद
आज लुधियाना डिपो की कुल 114 बसें पूरी तरह से बंद हैं। प्रबंधन से बातचीत हो चुकी है। करीब ढाई या तीन बजे मीटिंग भी रखी गई है। इसके बाद ही कोई फैसला निकलेगा। इस अवधि के लिए बसें पूरी तरह बंद रहेंगी। पनबस-पीआरटीसी के महासचिव गुरप्रीत सिंह वड़ैच ने कहा कि आज पंजाब रोडवेज के 18 डीपों बंद किए गए है। आम आदमी पार्टी ने सरकार में आने से पहले कई वादे किए थे लेकिन सभी हवा में रह गए। सिस्टम को प्राइवेट हाथों में सरकार दे रही है।
वेत्तन नहीं मिलता धरना जारी रहेगा
ठेकेदार कर्मचारियों का शोषण कर रहे है। कुल 18 डीपों में से 12 एक ठेकेदार को और 6 डीपों एक ठेकेदार को दिए गए है। कर्मचारियों को पक्का न करके सरकार उन्हें धरने लगाने के लिए मजबूर कर रही है। जब तक वेत्तन नहीं मिलता धरना जारी रहेगा।