ब्रिटेन में पारिवारिक और नागरिक विवादों में फंसे सिख समुदाय के लोगों के लिए ब्रिटिश सिख वकीलों की तरफ से एक नई अदालत की शुरुआत की गई है। ब्रिटेन की एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी। 'द टाइम्स' के मुताबिक पिछले सप्ताहांत लंदन के लिंकन इन के ओल्ड हॉल में धार्मिक मंत्रोच्चार के साथ एक समारोह में सिख अदालत की शुरुआत की गई थी।
अदालत के संस्थापकों में से 33 वर्षीय वकील बलदीप सिंह का कहना है कि इसका उद्देश्य संघर्ष और विवादों से निपटने के दौरान जरूरत के समय सिख परिवारों की सहायता करना है।
इन मामलों को देखा जाएगा अदालत में
सिख संस्थाओं के साथ विचार-विमर्श के बाद यह तय किया गया है कि अदालत में घरेलू हिंसा, जुआ और मादक द्रव्यों के सेवन जैसे मामलों को देखा जाएगा। इसके साथ ही अगर इन मामलों में मध्यस्थता असफल होती है, तो मामले को अदालत के न्यायाधीश के सामने लाया जा सकता है। इसके बाद मध्यस्थता अधिनियम के तहत कानूनी रूप से निर्णय लिया जाएगा।
वहीं इसमें लगभग 30 मजिस्ट्रेट और 15 न्यायाधीश होंगे। खास बात यह है कि इनमें से अधिकांश महिलाएं होंगी।