खबरिस्तान नेटवर्क: जगन्नाथपुरी धाम भारत के चार धामों में से एक है। हर साल आषाढ़ माह में ओडिशा के पुरी में जगन्नाथ यात्रा निकाली जाती है। वही इस साल जगन्नाथ रथ यात्रा के दौरान लगभग 625 श्रद्धालु बीमारी हो गए। जानकारी के अनुसार भीषण गर्मी, उमस और भीड़भाड़ की वजह से स्वास्थ्य संबंधी आपात स्थितियां उत्पन्न हो गईं, जीके बाद श्रद्धालुओं को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। इस दौरान भगवान बलभद्र के रथ को खींचते समय भारी भीड़ जुट गई, जिससे कुछ लोगों को मामूली चोटें भी आई है।

रिपोर्ट के अनुसार 70 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से 9 की हालत गंभीर है। शुक्रवार को शुरू हुई यात्रा का आज दूसरी दिन है।आज 10 बजे रथयात्रा शुरू हुई। मुख्य मंदिर से गुंडिचा मंदिर करीब 3 किमी दूर है। ये भगवान की मौसी का घर है। हर साल महाप्रभु जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा 9 दिनों तक यहां रहते हैं। इसके बाद बहुड़ा यात्रा के रूप में अपने मुख्य मंदिर लौट आते हैं।
100 यज्ञों के बराबर पुणय का फल मिलता हैं
धार्मिक पुराणों के अनुसार, ऐसी मान्यता है कि भगवान जगन्नाथ की इस रथयात्रा में शामिल होने से 100 यज्ञों के बराबर पुण्य का फल मिलता है। यही कारण भी है कि दुनियाभर से लोग इस यात्रा में शामिल होने पहुंचते हैं और भगवान का आशीर्वाद लेते हैं।

इसके अलावा, रथ यात्रा के दौरान नवग्रहों की पूजा की जाती है। ऐसा कहा जाता है कि जगन्नाथ रथ यात्रा में शामिल होने मात्र से ही अशुभ ग्रहों का प्रभाव कम होता है और शुभ ग्रहों का प्रभाव बढ़ता है।