Do not make these mistakes while buying the idol of Lakshmi-Ganesh, keep these things in mind : दीपोत्सव 2024 की शुरुआत 29 अक्तूबर से हो रही है। 31 अक्तूबर या 1 नवंबर को दिवाली मनाई जा रही है। पूरे देश में दिवाली का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन को मनाने की कई धार्मिक मान्यताएं हैं। साथ ही दिवाली को मनाने के अलग अलग तरीके हैं। हालांकि अधिकतर जगहों पर दिवाली के मौके पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं कि गणेश लक्ष्मी की मूर्ति खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और कैसी मूर्तियां खरीदनी नहीं चाहिए।
मूर्ति खरीदते समय ध्यान रहे
दिवाली में लक्ष्मी पूजन के लिए दो दिन पहले धनतेरस तिथि को भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की मूर्ति घर लाई जाती है। धनतेरस पर खरीदारी का विशेष महत्व है। ऐसे में इस दिन भगवान की मूर्तियां भी लाते हैं और दिवाली के दिन इन्हीं प्रतिमाओं की पूजा करते हैं। हालांकि अक्सर लोग अज्ञानता व त्रुटिवश भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की मूर्ति खरीदते समय कुछ गलतियां कर देते हैं। वह ऐसी मूर्तियां घर ले आते हैं, जिनकी पूजा करना शुभ नहीं माना जाता है।
विश्राम मुद्रा में हो भगवान
भगवान गणेश और माता लक्ष्मी की मूर्ति खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि भले ही दिवाली के मौके पर उनकी पूजा एक साथ होती है, लेकिन मां लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति एक साथ जुड़ी न हो। भगवान की मूर्ति खरीदते वक्त ये याद रखें कि माता लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति बैठी हुई मुद्रा में होनी चाहिए। खड़े मुद्रा में भगवान की मूर्ति घर न लाएं।
गणेशजी और माता लक्ष्मी
मां लक्ष्मी की मूर्ति कमल के फूल पर विराजमान हो। उनके एक हाथ में कमलल हो और दूसरे हाथ से आशीर्वाद दे रही हों। इसके अलावा धन की मटकी भी हो सकती है। माता की प्रतिमा का रंग गुलाबी होगा तो बेहतर रहेगा। गणेश जी की मूर्ति खरीदते समय ध्यान रखें कि उनकी सूंड बाईं तरफ हो। गणेश जी के हाथ में मोदक होना चाहिए और उनका वाहन चूहा भी साथ में हो।
खंडित मूर्ति न लाएं घर
मूर्ति मिट्टी की बनी होनी चाहिए। मिट्टी की मूर्ति को शुभ माना जाता है। आजकल बाजार में सीमेंट या पीओपी से बनी मूर्तियां भी बिकती हैं। ऐसी मूर्तियां भूल से भी घर न लाएं। मूर्ति खरीदते समय ठीक से जांच कर लें कि कहीं से भी मूर्ति खंडित या टूटी हुई न हो। मूर्ति खरीदते समय ये सुनिश्चित कर लें कि अगर मां लक्ष्मी उल्लू पर सवार हों, तो ऐसी प्रतिमा खरीदकर न लाएं। ध्यान रखें कि लक्ष्मी गणेश की मूर्ति का रंग काला या सफेद न हो।