ख़बरिस्तान नेटवर्क : पंजाब में जहरीली शराब मामले में बड़ा एक्शन लिया गया है। सरकार ने डीएसपी और एसएचओ मजीठा को सस्पेंड कर दिया है। जहरीली शराब पीने के कारण 14 लोगों की मौत हो गई थी। डीसी साक्षी साहनी खुद पीड़ित परिवारों को सांत्वना देने के लिए पहुंची थी।
12 घंटे के अंदर आरोपियों को पकड़ा - वित्तमंत्री
वहीं वित्तमंत्री हरपाल चीमा का कहना है कि मैं सबसे पहले उन परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, जिनके लोगों की मृत्यु हुई है। हम इस दुख की घड़ी में उनके साथ खड़े हैं। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। हमने 12 घंटे में 5 दोषियों को पकड़ लिया है। अभी तक 15 लोगों की मृत्यु हुई है, यह मेथनॉल का मामला है, उद्योगों में इस्तेमाल होने वाले मेथनॉल को लोगों ने पिया है।
14 की मौत, 6 की हालत गंभीर
मजीठा में ज़हरीली शराब पीने के कारण 14 लोगों की मौत हो गई है। जिसमें 6 की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है और उनका अस्पताल में ईलाज चल रहा है। कहा जा रहा है कि मौत का आंकड़ा बढ़ सकता है। पुलिस ने ज़हरीली शराब मामले के मास्टरमाइंड समेत 5 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इन 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार
ज़हरीली शराब मामले में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी प्रभजीत सिंह, कुलबीर सिंह उर्फ जग्गू (मुख्य आरोपी प्रभजीत का भाई), साहिब सिंह उर्फ सराय, गुरजंट सिंह और निंदर कौर को गिरफ्तार किया है। इन सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
पूछताछ में किंगपिन का नाम आया सामने
इस मामले में पुलिस पूछताछ में पता चला है कि प्रभजीत सिंह ने 50 लीट मैथनॉल की सप्लाई की थी। 50 लीट को डेल्यूट कर इसने 120 लीटर शराब के पैकेट बनाए। वहीं इस मामले में साहिब नाम के व्यक्ति का नाम सामने आया है, जो किंगपिन है। वह ऑनलाइन मैथनॉल ऑर्डर करता था और उससे शराब बनती थी। उसे भी गिरफ्तार कर लिया है। अब तक मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।