मिजोरम में विधानसभा के लिए चुनाव में वोटों की काउंटिंग 3 दिसंबर को नहीं होगी। ईसाई समाज के प्रदर्शन और मांग के बाद चुनाव आयोग ने काउंटिंग की डेट बदल दी है। अब मतगणना का समय 4 दिसंबर रखा गया है। चुनाव आयोग ने यह जानकारी दी है।
बता दें कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनाव हुए हैं। मिजोरम के लिए 7 नवंबर को वोटिंग हुई थी। राज्य की 40 सीटों पर 7 नवंबर को वोटिंग हुई थी। इनकी काउंटिंग 3 दिसंबर यानी रविवार को होनी थी। 3 दिसंबर को काउंटिंग के विरोध में एनजीओसीसी, सेंट्रल यंग मिजो एसोसिएशन (CYMA) और मिजो जिरलाई पॉल (MZP) जैसे संगठन प्रदर्शन कर रहे थे।
रविवार को काउंटिंग नहीं चाहते थे ईसाई
मिजोरम में ईसाई समुदाय के लोगों की बड़ी संख्या है। उनके मुताबिक रविवार ईसाइयों के लिए पवित्र दिन है और ईसाई समुदाय कई धार्मिक कार्यक्रम इस दिन करता है। वह काउंटिंग के कारण रविवार को होने वाली कार्यक्रमों में बदलाव नहीं करना चाहते थे। इसलिए मांग की जा रही थी कि इस दिन राज्य में वोट काउंटिंग न कराई जाए।
राजभवन में रैली कर जताया था विरोध
ईसाई समाज के लोगों का विरोध प्रदर्शन काउंटिंग डे बदलने को लेकर लगातार जारी था। वह लोग कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। शुक्रवार यानी 1 दिसंबर को इन लोगों ने राजभवन के पास एक रैली की।
चुनाव आयोग पर लगाए थे आरोप
एनजीओसीसी के चेयरमैन लालह्म छुआना ने राजभवन के बाहर की गई रैली में चुनाव आयोग पर आरोप लगाए थे। उनका आरोप था कि पॉलिटिकल पार्टी, चर्चों और एनजीओ ने चुनाव आयोग से कई बार काउंटिंग की तारीख बदलने की अपील की, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। जिसके बाद चुनाव आयोग ने अपना फैसला बदला।
2018 में पड़े थे 81.6 फीसदी वोट
मिजोरम की 40 विधानसभा सीटों पर 7 नवंबर को वोटिंग हो चुकी है। राज्य में 77.04% मतदान दर्ज किया गया था। सेरछिप में सबसे ज्यादा 77.78% तो सियाहा में सबसे कम 52.02% मतदान हुआ। आइजोल में 65.06% वोटिंग हुई। बता दें कि मिजोरम में 2018 के विधानसभा चुनाव में 81.61% वोट पड़े थे।