पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज पटियाला स्थित राजीव गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ (RGNULआ) के संघर्ष कर रहे स्टूडेंट्स से बातचीत की और आश्वासन दिया कि राज्य सरकार उन्हें न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
छात्रों से फोन पर बात के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हर तरह से उनके हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि स्टूडेंट देश का भविष्य हैं और किसी भी कारण से उन्हें परेशान नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति या अथॉरिटी की ज्यादती बर्दाश्त नहीं की जाएगी और स्टूडेंट्स को हर हाल में न्याय दिलाया जाएगा।
संघर्ष कर रहे स्टूडेंट्स के साथ खड़ी सरकार
संघर्ष कर रहे स्टूडेंट्स के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस कठिन समय में उनके साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पिछले कुछ दिनों के दौरान हुई सभी घटनाओं पर करीब से नजर रख रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब सरकार छात्रों के हितों की सुरक्षा के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।
जानें क्या है पूरा मामला
दरअसल यह पूरा मामला रविवार को शुरू हुआ था। जब यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल में बिना नोटिस वाइस चांसलर(VC) के जाने और स्टूडेंट्स के कपड़ों पर कमेंट पर सभी स्टूडेंट्स भड़क उठे। स्टूडेंट्स ने बताया कि यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा छात्राओं के पेरेंट्स को कमरों यहां तक की हॉस्टल कैंपस में आने की अनुमति नहीं है।
लेकिन VC ने बिना किसी को बताए चेकिंग की जाती है जोकि बिल्कुल भी उचित नहीं है। वह अपने कमरों में जिस हालत में बैठे थे, उन पर कमेंट किए। उन्होंने बताया कि इस हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।
स्टूडेंट्स ने घर जाने से किया मना
स्टूडेंट का कहना है कि भले ही यूनिवर्सिटी में छुट्टी कर दी है। लेकिन वह पीछे हटने वाली नहीं है। रविवार से ही स्टूडेंट संघर्ष कर रहे है। यह अपनी तरह का पहला मामला है, जब यूनिवर्सिटी के वीसी पर इस तरह के आरोप लगे हैं। वहीं, यूनिवर्सिटी द्वारा मामले को निपटाने की कोशिश की जा रही है।