बंगाली सिंगर अनूप घोषाल का बीते शुक्रवार यानी 15 दिसंबर को 77 साल की उम्र में निधन हो गया। उनकी मौत की वजह मल्टिपल ऑर्गन फेलियर बताई जा रही है। तुझसे नाराज नहीं जिंदगी जैसे हिट गाने को अनूप ने ही अपनी आवाज दी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनूप घोषाल पिछले कई दिनों से उम्र दराज बीमारियों के चलते साउथ कोलकाता के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट थे। उन्होंने शुक्रवार को दोपहर 1.40 बजे अंतिम सांस ली।
ममता बनर्जी ने जताया शोक
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अनूप घोषाल के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा- मैं बंगाली, हिंदी और अन्य भाषाओं में गाने वाले अनूप घोषाल के निधन पर गहरा दुख और संवेदना व्यक्त करती हूं।
अनूप घोषाल का जन्म 1944 या 1945 में कोलकाता के अमूल्य चंद्र घोषाल और लाबन्या घोषाल के घर हुआ था। मां उन्हें 4 साल की उम्र से ही गाने के लिए प्रोत्साहित करती थीं। कम उम्र में ही वे ऑल इंडिया रेडियो के शिशु महल शो से जुड़ गए थे। उन्होंने पढ़ाई के साथ संगीत शिक्षा भी जारी रखी थी। फिर कॉलेज की पढ़ाई के दौरान वे इंटर कॉलेज कॉम्पिटिशन में पार्टिसिपेट करने लगे थे। इस तरह लोग उनकी संगीत कला से जुड़ते चले गए।
19 साल की उम्र में पहला गाना
19 साल की उम्र में अनूप ने पहली बार बतौर प्लेबैक सिंगर गाना गाया था। उन्होंने सत्यजीत रे के डायरेक्शन में बनी फिल्म गूपी गाइन बाघा बाइन के एक गाने को अपनी आवाज दी थी।
हिंदी, बंगाली समेत भोजपुरी गाने भी गाए
अनूप को तुझसे नाराज नहीं जिंदगी, हुस्न भी आप हैं, इश्क भी आप हैं और तुम साथ हो जिंदगी भर के लिए जैसे हिट गानों के लिए जाना जाता था। हिंदी, बंगली के अलावा उन्होंने कई भोजपुरी गानों को भी आवाज दी थी।
दुनियाभर में संगीत से नाम कमाया
भारत समेत दुनिया में भी अनूप घोषाल को उनकी मधुर आवाज के लिए जाना जाता था। उन्होंने UK, USA, कनाडा और जर्मनी में जाकर कई लाइव शोज किए थे। भारतीय संगीत संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने कई पश्चिमी देशों का दौरा भी किया था। उन्होंने भारतीय संगीत पर एक किताब गनेर भुबाने भी लिखी।
अनूप राजनीति में भी सक्रिय रहे। उन्होंने 2011 में तृणमूल कांग्रेस की तरफ से पश्चिम बंगाल की उत्तरपाड़ा सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।