न्यूयॉर्क में रह रहे सिख फॉर जस्टिस के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में हरियाणा के रेवाड़ी के विकाश यादव (39) का नाम सामने आ रहा है। ये दावा अमेरिकी सरकार ने किया है। साथ ही अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन ने युवक विकाश यादव का मोस्ट वांटेड पोस्टर भी जारी किया है, जिसमें विकाश की 3 फोटो जारी की गई हैं।
अमेरिका ने घोषित किया मोस्ट वांटेड
इनमें एक फोटो में वह सेना की वर्दी में भी है। वहीं अमेरिका का दावा है कि विकाश यादव भारतीय खुफिया एजेंसी के लिए काम करता है। जारी मोस्ट वांटेड पोस्टर में कहा गया है कि विकास यादव संयुक्त राज्य अमेरिका की धरती पर भारतीय मूल के एक अमेरिकी वकील और राजनीतिक कार्यकर्ता की हत्या की साजिश रचने के लिए वांछित है। यादव भारत में रहने वाला एक भारतीय नागरिक है और उसने हत्या की साजिश को अंजाम देने के लिए अपने सह-साजिशकर्ता, एक अन्य भारतीय नागरिक के साथ बातचीत करते समय 'अमानत' उपनाम का इस्तेमाल किया है।
अमेरिकी सरकार का दावा है कि विकाश , भारतीय खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) में काम करता है। RAW ने ही पन्नू की हत्या की साजिश रची। विकाश को हत्या के लिए किलर हायर करने और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोपी बनाया गया है।
आरोपों के मुताबिक, विकाश ने साजिश को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय नागरिक को पन्नू के रिहायशी पते, फोन नंबर और अन्य पहचान संबंधी जानकारी दी थी। यादव और उसके सहयोगी ने हत्या के लिए एडवांस के रूप में न्यूयॉर्क में 15,000 डॉलर कैश पहुंचाने के लिए एक सहयोगी का इंतजाम किया था।
10 अक्टूबर को किया गया था गिरफ्तारी का वारंट जारी
10 अक्टूबर 2024 को साउथ न्यूयॉर्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने विकास के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। जिसमें उन पर हत्या के लिए हायरिंग और हथियार रखने और मनी लॉन्ड्रिंग की साजिश का आरोप लगाया गया था। विकाश पर पन्नू की हत्या के लिए निखिल गुप्ता को काम पर रखने का आरोप है। गुप्ता को पिछले साल चेकोस्लोवाकिया से गिरफ्तार किया गया था।