पंजाब जल संकट से जूझ रहा है। पंजाब की नदिया भी अब सूखे किनारे पर पहुच गई हैं। डैम में पानी लगातार कम होता जा रहा है। इससे एक तरफ जल संकट बढ़ेगा तो दूसरी तरफ बिजली का उत्पादन भी घट जायेगा। भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) की ताजा चेतावनी चिंताजनक है। इसमें साफ कहा गया है कि बांधों में पानी 10 से 15 फीसदी कम है।
बारिश न हुई तो पानी और बिजली की होगी दिक्कत
दरअसल, BBMB ने मानसून के बाद एरिया में कम बारिश और बड़े बांधों वाले क्षेत्रों में बर्फ जमने के कारण पानी की उपलब्धता को लेकर सतर्क रहने की चेतावनी दी है। बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि अगर ठंड के मौसम में ज्यादा बारिश नहीं हुई तो पंजाब और हरियाणा समेत अन्य राज्यों को गर्मियों में पानी और बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है।
पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान बीबीएमबी के सदस्य राज्य हैं, जो भाखड़ा और पोंग डेम से पानी खींचते हैं। हिमाचल प्रदेश में सतलुज पर भाखड़ा बांध में 20 नवंबर को जल स्तर 1,633 फीट दर्ज किया गया, जो पिछले साल के स्तर से लगभग 15 फीट कम है।
ब्यास और पोंग डेम में जल स्तर 1,343 फीट था, जो पिछले साल के स्तर से लगभग 18 फीट कम है। अधिकारी ने कहा, "जल स्तर का मतलब है कि भाखड़ा में वर्तमान भंडारण इसकी कुल क्षमता का लगभग 63 प्रतिशत है, जो सामान्य से 10 प्रतिशत कम है, जबकि पोंग में भंडारण 50 प्रतिशत है, जो सामान्य से 15 प्रतिशत कम है।"