अमेरिका ने भारतीयों के बीच सबसे लोकप्रिय एच-1बी, ईबी-5 और एल-1 वीजा की फीस में भारी बढ़ोतरी कर दी है। साल 2016 के बाद पहली बार फीस बढ़ाई जा रही है । यह बढ़ोतरी 1 अप्रैल 2024 से लागू होगी।
460 डॉलर से बढ़ाकर 780 डॉलर
1 अप्रैल से लागू होने के लिए, नया एच-1बी आवेदन वीज़ा शुल्क, जो I-129 से है, $460 से बढ़ाकर $780 कर दिया गया है। एच-1बी रजिस्ट्रेशन अगले साल से 10 डॉलर से बढ़कर 215 डॉलर हो जाएगा। बुधवार को जारी एक संघीय अधिसूचना के अनुसार, एल-1 वीजा का शुल्क 460 डॉलर से बढ़ाकर 1,385 डॉलर कर दिया गया है और निवेशक वीजा के रूप में लोकप्रिय ईबी-5 वीजा का शुल्क 3,675 डॉलर से बढ़कर 11,160 डॉलर हो गया है।
इस प्रोग्राम को 1990 में अमेरिकी सरकार ने शुरू किया था। इसके तहत उन विदेशी निवेशकों को अमेरिका में स्थायी निवास दिया जाता है, जो वहां कम से कम पांच लाख डॉलर का निवेश करते हैं और कम से कम 10 अमेरिकी लोगों को रोजगार देने में मदद करते हैं। लेकिन यह निवेश अमेरिकी सरकार की अधिकृत एजेंसियों के जरिए से होना चाहिए।
क्या है एच-1बी वीजा
एच-1बी वीजा एक गैर-आप्रवासी वीजा है। एच1बी वीजा आमतौर पर उन लोगों को दिया जाता है जो अमेरिका में काम करने के लिए जाते हैं। ये वीजा अमेरिकी कंपनियों में काम करने वाले ऐसे कुशल कर्मचारियों को रखने के लिए दिया जाता है जिनकी अमेरिका में कमी है। इसके बाद उसे ग्रीन कार्ड दिया जाता है। इस वीजा की वैलिडिटी छह साल की होती है।