9 टू 6 डेस्क जॉब करने वालों को कंधे में दर्द, अकड़न की समस्या हो जाती है। कई बार तो यह दर्द इतना बढ़ जाता है कि हाथ हिलाना भी मुश्किल हो जाता है। दरअसल हम लंबे वक्त तक एक ही मुद्रा में बैठे रहते हैं। मूवमेंट की कमी के कारण कंधों के जोड़ों पर दबाव पड़ता है। अगर आप भी डेस्क जॉब करते हैं और आपको भी यह समस्या हो जाती है।
कंधे की अकड़न क्या है?
फ्रोजन शोल्डर को एडहेसिव कैप्सूलाइटिस भी कहा जाता है। यह एक प्रकार का कंधे का दर्द है, जो कंधे में अकड़न पैदा कर सकता है। इस दर्द का एहसास हर समय होते रहता है। दरअसल, कंधे के जोड़ का कैप्सूल मजबूत ऊतकों से बना होता है, जो कंधे की हड्डियों को एक दूसरे से जोड़कर रखता है। जब इस कैप्सूल में सूजन की समस्या हो जाती है, तो यह सख्त हो जाता है। इस वजह से कंधे की हड्डियां पहले की तरह काम नहीं कर पाती हैं। इसी स्थिति को ही फ्रोजन शोल्डर कहा जाता है। फ्रोजेन शोल्डर की समस्या में आपके कंधे से लेकर गर्दन के नीचे वाले हिस्से में गंभीर दर्द होता है। फ्रोजेन शोल्डर की वजह से दर्द की शुरुआत पहले कंधे से होती है लेकिन धीरे-धीरे यह समस्या आपके कंधे के साथ गर्दन और इसके आसपास के हिस्से में भी होने लगती है।
फ्रोजन शोल्डर के कारण -
- एक पोश्चर में लंबे समय तक बैठे रहना
- किसी एक्सीडेंट के कारण हाथ न हिला पा रहे हों
- किसी प्रकार के व्यायाम या शारीरिक गतिविधि का न होना
- डायबिटीज
- अनियंत्रित थायराइड
कंधे की अकड़न के लक्षण -
- कंधे को हिलाने में परेशानी महसूस होना।
- कंधे में तेज दर्द का अनुभव होना।
- स्टिफनेस यानी कंधे की कैप्सूल का सख्त या कठोर हो जाना।
योगासन की मदद से आराम पाएं -
धनुरासन
धनुरासन करने से कंधों की अकड़न ठीक होती है। गर्दन, पीठ और कमर दर्द में आराम मिलता है। इससे बाहों की मांसपेशियों में लचीलापन आता है।
कैसे करें -
- इस आसन को करने के लिए मैट पर पेट के बल लेट जाएं।
- पैरों को पीछे की तरफ उठाएं और हाथों को पीछे ले जाकर पैरों को पकड़ लें।
- इस आसन को करते वक्त आपका सिर बिल्कुल सामने की ओर होना चाहिए।
- इस मुद्रा के दौरान शरीर आपका धनुष की तरह दिखता है।
- अपनी क्षमता के मुताबिक आप इस मुद्रा में बने रहें।
- इस दौरान धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ते रहें।
- फिर सामान्य अवस्था में लौट आएं।
पश्चिमोत्तासन
पश्चिमोत्तासन करने से कंधे में खिंचाव होता है इससे कंधे में होने वाले अकड़न और दर्द से छुटकारा मिलता है। कंधे की मांसपेशियों में लचीलापन आता है। इससे कंधों को मजबूती मिलती है। (इन दिक्कतों में न करें पश्चिमोत्तासन)
कैसे करें -
- आप शांत जगह पर सुखासन में मैट पर बैठ जाएं और गहरी सांसे लें।
- अब अपने दोनों पैरों को सामने की ओर खोलकर बैठ जाएं।
- ध्यान रहे इस दौरान आपके दोनों पंजे और एड़ी मिले रहेंगे।
- अब आगे की ओर खुद को झुकाए और हाथों से दोनों पैरों के अंगूठे पकड़ लें।
- अपने माथे को घुटनों से लगाएं और कोहनियों को जमीन पर टिकाएं
- इस पोजीशन में खुद को 30 से 60 सेकेंड तक रखें।
- अब सांस लेते हुए आराम की मुद्रा में आ जाएं।