आनंद कारज में दुल्हन के लहंगा चोली पहनने पर बैन लगा दिया गया। तख्त श्री हजूर साहिब में यह प्रस्ताव पास किया गया है। अब घर गुरुघर में शादी के दौरान अगर दुल्हन लहंगा-चोली पहनती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। दुल्हन लावां लेने के दौरान सिर्फ सूट-सलवार ही पहन सकती है।
कार्ड पर नाम के साथ सिंह और कौर होना जरूरी
इसके साथ यह प्रस्ताव भी पास किया गया कि लोगों को इंविटेशन देने के लिए दूल्हे-दुल्हन के नाम के साथ सिंह और कौर जरूर लिखा होना चाहिए। वहीं इसके साथ ही गुरुद्वारा साहिब में दुल्हन के फूलों वाली छत्र के साथ आने पर भी रोक लगा दी गई है।
डेस्टिनेशन वेडिंग पर भी लग चुकी है रोक
आपको बता दें कि इससे पहले डेस्टिनेशनल वेडिंग पर भी बैन लग चुका है। अकाल तख्त ने कहना है कि बीच पर शादी करना मर्यादा का उल्लंघन है। तख्त ने गुरू ग्रंथ यानी सिखों की पवित्र पुस्तक को समुद्र किनारे रखने पर रोक लगा दी है। उन्होंने बैठक में कहा कि बीच, रिजॉर्टस और डेस्टिनेशन वेडिंग में शादी करने के लिए गुरू ग्रंथ साहिब को स्थापित करना बैन होगा।