जीवन को सुविधाजनक बनाना विज्ञान का काम है लेकिन इस सुविधा के चक्कर में कभी-कभी सेहत को भारी नुकसान पहुंचता है। आधुनिक दौर में ऑफिस, मॉल हो, शॉपिंग सैंटर हो, ब्यूटी सैलून, एयरपोर्ट हो या फाइव स्टार होटल, इन सारी जगहों पर हाथ को जल्दी सूखाने के लिए हैंड ड्रायर लगे होते हैं। अगर आप भी बार बार हाथ धोने के बाद हैंड ड्रायर से अपने हाथ सुखाते हैं, तो आपको यह खबर जरूर पढ़नी चाहिए। विशेषज्ञों ने हैंड ड्रायर को लेकर लोगों को अलर्ट किया है। लोग हाथ धोने के बाद सोचते हैं कि वो कीटाणुमुक्त हो गए हैं, लेकिन जब वो हैंड ड्रायर से अपने हाथ सुखाते हैं, तो ये फिर से संक्रमित हो जाते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो इस मशीन के काम करने का तरीका ही संक्रमण की वजह है।
बता दें कि दावा किया जाता है कि हैंड ड्रायर से हाथ सूखाने के बाद जर्म नहीं लगते जिसके कारण इंफेक्शन फैलने का खतरा कम हो जाता है लेकिन जब आप हकीकत जान लेंगे तो सोचने पर मजबूर हो जाएंगे। क्लीवलैंड क्लीनिक के मुताबिक एक रिसर्च में यह बात सामने आई है कि हैंड ड्रायर जर्म को भगाने के बजाय जर्म या बैक्टीरिया को और हाथ की ओर फेंक देता है। इससे इंफेक्शन का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। हवा में लाखों बैक्टीरिया होते हैं। जब आप हैंड ड्रायर के नीचे अपने हाथ सुखाते हैं, तो यह इन बैक्टीरिया को खींचकर वापस आपके हाथों पर फेंक देता है। चूंकि, हाथों में नमी होती है, इसलिए ये स्किन से चिपक जाते हैं। पहले हुई रिसर्च में सामने आ चुका है कि पब्लिक वॉशरूम में बड़ी संख्या में ई कोली, हेपेटाइटिस और फीकल बैक्टीरिया मौजूद रहते हैं।
हालांकि, रिपोर्ट में यह तो नहीं बताया गया कि रिसर्च के दौरान कौन-से बैक्टीरिया मिल, लेकिन इससे पिछली रिसर्च में बताया गया था कि पब्लिक रेस्टरूम में इंफ्लूएंजा, साल्मोनेला, शिगेला, नोरोवायरस और स्ट्रेप्टोकोकस मिल चुके हैं। 2015 में हुई एक रिसर्च में सामने आया था कि रेस्टरूम में करीब 77000 प्रकार के बैक्टीरिया और वायरस होते हैं।
जानें क्या है हैंड ड्रायर के बारे में मिथ और सच्चाई
1. मिथ- जेट एयर ड्रायर वार्म एयर ड्रायर से बेहतर है
सच्चाई – वार्म एयर ड्रायर के बाद कंपनी ने जेट एयर ड्रायर बनाना शुरू किया और दावा किया कि इससे जर्म को तेजी से मारा जा सकता है जबकि हकीकत इसके उलट है। जेट एयर ड्रायर जर्म या माइक्रोब्स को और तेजी से प्रसारित करता है जिससे यह इंसान के शरीर में चिपक जाता है। अध्ययन में साबित हुआ कि जेट एयर ड्रायर साधारण एयर ड्रायर की तुलना में 60 गुना अधिक वायरस को फैलाता है जबकि पेपर टॉवेल की तुलना में 1300 गुना अधिक जर्म का फैला देता है।
2. मिथ-हैंड ड्रायर पेपर टॉवेल से ज्यादा सेफ
सच्चाई-याद कीजिए जब पहले के जमाने में आप पब्लिक टॉयलेट गए होंगे तो आपने पेपर टॉवेल का इस्तेमाल किया होगा। आधुनिकता ने जेट हैंड ड्रायर जरूर इजाद कर दिया लेकिन हकीकत यह है कि पेपर टॉवेल आज भी हैंड ड्रायर से कहीं ज्यादा सुरक्षित है। पेपर टॉवेल न केवल हाथ को जल्दी सूखा देता है बल्कि यह घर्षण के कारण यह हाथ में छुपे बैक्टीरिया को पोंछ देता है। दूसरी ड्रायर लाखों जर्म को आपकी तरफ फेंकता है।
हाथ सूखाने का सही तरीका अपनाएं -
बेहतर यही है कि हाथ को अच्छे तरीके से कम से कम 20 सेकेंड तक साफ करें। इसके बाद पेपर टॉवेल से इसे पोंछ लें। अगर ड्रायर से सूखाना है तो साधारण ड्रायर का इस्तेमाल करें। इन सबके अलावा तौलिया भी बेहतर विकल्प है।