This legendary Indian cricketer is fighting a battle with cancer : पूर्व भारतीय क्रिकेटर और टीम इंडिया के कोच रह चुके अंशुमान गायकवाड़ ब्लड कैंसर से जूझ रहे हैं। अंशुमान गायकवाड़ की हालत को देख कपिल देव ने मदद का बीड़ा उठाया था। कपिल देव ने अंशुमान गायकवाड़ की मदद के लिए अपनी पेंशन डोनेट करने का फैसला किया था। मोहिंदर अमरनाथ, संदीप पाटिल, मदन लाल और कीर्ति आजाद भी अपने साथी खिलाड़ी की मदद के लिए आगे आए। बीसीसीआई सचिव जय शाह ने तत्काल 1 करोड़ रुपये जारी करने का निर्देश दिया। जय शाह ने कहा कि बीसीसीआई गायकवाड़ की प्रगति की निगरानी करना जारी रखेगा। बीसीसीआई को विश्वास है कि वह पूरी मजबूती से इस स्टेज से बाहर आएंगे।
बीसीसीआई ने किया ये बड़ा ऐलान
अब इस दिग्गज खिलाड़ी की मदद को भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) भी आगे आया है। बीसीसीआई अंशुमान गायकवाड़ के इलाज के लिए 1 करोड़ रुपये देने जा रहा है। शाह ने अंशुमान गायकवाड़ के परिवार से भी बात करके उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। जय शाह ने कहा कि संकट की इस घड़ी में बोर्ड अंशुमान गायकवाड़ के परिवार के साथ खड़ा है और उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करेगा।
ऐसा है अंशुमन का क्रिकेटिंग करियर
अंशुमान गायकवाड़ ने 27 दिसंबर 1974 को कोलकाता में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। टेस्ट मैच में उनकी आखिरी उपस्थिति साल 1984 के आखिरी दिन इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हुए कोलकाता टेस्ट में रही। गायकवाड़ ने 40 टेस्ट मैचों के अपने करियर में 30.07 की औसत से 1985 रन बनाए, जिसमें 2 शतक और 10 अर्धशतक शामिल रहे। उनका बेस्ट स्कोर 201 रन रहा, जो उन्होंने पाकिस्तान के विरुद्ध बनाया था।
32.67 के एवरेज से 1601 रन बनाए
गायकवाड़ ने भारत के लिए 15 वनडे मैचों में भी शिरकत की, जिसमें उनके नाम पर 20.69 की औसत से 269 रन दर्ज हैं। 71 साल के अंशुमान ने 206 फर्स्ट क्लास मैचों में 41.56 की औसत से 12,136 रन बनाए थे। इस दौरान उनके बल्ले से 34 शतक और 47 अर्धशतक निकले हैं। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 225 रन रहा। इसके अलावा गायकवाड़ ने 55 लिस्ट-ए मुकाबले भी खेले, जिसमें उन्होने 32.67 के एवरेज से कुल 1601 रन बनाए।
मिला लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड
अंशुमान गायकवाड़ ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद कोचिंग को अपना करियर बनाया। वह 1997-99 के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच रहे। गायकवाड़ ने गुजरात राज्य उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (GSFC) के लिए भी काम किया और 2000 में इस कंपनी से सेवानिवृत्ति ले ली। जून 2018 में भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने गायकवाड़ को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया। अंशुमान के पिता दत्ता गायकवाड़ ने भी टेस्ट क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व किया था।