भगवंत सिंह मान एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं जो पंजाब के 17वें और मौदूगा मुख्यमंत्री हैं। वे पंजाब के संगरूर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से सत्रहवीं लोकसभा के निर्वाचित सदस्य रह चुके हैं। इसके पूर्व वे सोलहवीं लोकसभा में भी इसी क्षेत्र से 2014 के चुनाव में चुने गए थे। वे आम आदमी पार्टी के सदस्य हैं। वह पेशेवर से कॉमेडियन भी रहें है।
कॉलेज ड्रॉप आउट लड़का बना सीएम
पंजाब के सीएम भगवंत मान का जन्म अक्टूबर 1973 में संगरूर के सतोज गांव में हुआ। भगवंत मान School Teachers की Family से आते हैं। उन्होंने 1992 में Shaheed Udham Singh Govt College से BCom की डिग्री के लिए Admission लिया। हालांकि किन्हीं कारणों से कोर्स बीच में ही छोड़ना पड़ा। मगर यह कौन जानता था ये कॉलेज ड्रॉप आउट लड़का एक दिन पंजाब का सीएम बन जाएगा। उन्होंने 18 साल की उम्र में पहली बार Popularity का स्वाद चखा, जब उन्होंने अपना ऑडियो कैसेट Release किया।
Social and Political मुद्दों पर अकसर कसते थे तंज
काफी लंबे वक्त तक चलने वाले TV SHOW जुगनू केहंदा है और जुगनू मस्त मस्त से एक Household Name बन गए। दरअसल वें Social and Political जैसे मुद्दों पर जमकर व्यंग्य कसने के लिए जाने जाते थे। मान 2008 में स्टार प्लस पर ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में Compete करने के बाद कॉमेडी के Undisputed King बन गए। Not Only This, मान ने National Award-winning film “Main Maa Punjab Dee” मे भी ऐक्टिंग की है। इसके इलवा भी मान कई मूवीज़ मे काम कर चुके है।
सीएम मान ने भारी मतों से दर्ज की जीत
मान ने पॉलिटिकल करिअर की शुरुआत तब की जब उनका कॉमेडियन के तौर पर करिअर पीक पर था। मान People’s Party of Punjab में शामिल हो गए, जिसकी स्थापना प्रकाश सिंह बादल के भतीजे मनप्रीत सिंह बादल ने की थी। उन्होंने पहली बार 2012 में लैहरा (संगरूर) से पूर्व सीएम राजिंदर कौर भट्टल के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ा था। लेकिन बाद में बादल ने अपनी पार्टी को कांग्रेस में मर्ज कर लिया और मान अरविंद केजरीवाल के Invitation पर आप में शामिल हो गए। मार्च 2014 में मान ने अपना पहला लोकसभा चुनाव पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींडसा के खिलाफ लड़ा और 211,721 वोटों से जीत दर्ज की।
2017 में बने लोकप्रिय चेहरा
2017 में मान पंजाब में विधानसभा चुनावों में सबसे अधिक दिखाई देने वाला चेहरा बन गए। हालांकि, एक defamation case में केजरीवाल की तरफ से अकाली नेता बिक्रम मजीठिया से माफी मांगने के बाद उन्होंने 2018 में पार्टी की State Unit के President की पोस्ट से Resign दे दिया। वहीं एक साल बाद मान की वापसी हुई और उन्हें पार्टी के State Chief के रूप में Re-appoint किया गया।
2019 में जीते जनरल इलेक्शन
2019 मे मान General Elections जीते और आम आदमी पार्टी (AAP) की डूबती नाव के सहारे बने क्योंकि उस समय भगवंत मान पंजाब से पार्टी के एकमात्र सांसद बने। हालांकि स्टेट के मशहूर भगवंत मान पर BJP Leaders ने नशे की हालत में संसद में भाषण देने का आरोप लगाया था, भगवंत मान ने इन आरोपों से साफ इनकार किया। जिसके बाद 2019 में बरनाला में एक पार्टी रैली के दौरान मान ने ऐलान किया कि उन्होंने शराब की निंदा की है और इसे फिर कभी नहीं छूने की भी कसम खाई है।
कुछ इस तरह से मान बने पंजाब के मुख्यमंत्री
इसी के साथ आपको बता दें कि भगवंत मान ने अभी MP का पद संभाला ही था कि 18 जनवरी 2022 को मान को 2022 के पंजाब विधान सभा चुनाव में पंजाब के मुख्यमंत्री के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार के रूप में चुना गया था, और इसके बाद 10 मार्च को Election Results ने मान को 58,206 वोटों के Significant Difference के साथ Dhuri Assembly Constituency से Winner Announce किया। पार्टी ने राज्य के विधानसभा चुनावों में 117 में से 92 सीटें जीतीं। मान ने 16 मार्च 2022 को स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के पैतृक गांव खटकर कलां में पंजाब के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। कुछ इस प्रकार बने Comedy के Undisputed King पंजाब के मुख्यमंत्री।