ख़बरिस्तान नेटवर्क, ऊना : सर्दी के मौसम में अक्सर हिमाचल प्रदेश का सबसे ज्यादा मैदानी इलाका ऊना जिला धुंध की आगोश में लिपटा दिखाई देता है। लेकिन इस बार करीब 3 महीने पहले ही धुंध और कोहरे ने अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। सोमवार सुबह छाई घनी धुंध के चलते जहां विजिबिलिटी बेहद कम हो गई वहीं वाहन चालकों को भी हेडलाइट ऑन करके सड़क पर गुजरते हुए देखा गया। धुंध के साथ ही जिला में सुबह और शाम की ठंड के भी तेज होने का क्रम शुरू हो चुका है।
लोगों पर भारी पड़ा बदलता मौसम
हालांकि दिन के समय तेज धूप लोगों के पसीने छुड़ाने में कोई कमी नहीं रखती है लेकिन सुबह और शाम के मौसम में आए बदलाव लोगों पर भारी पड़ रहा है। बदलते हुए इस मौसम में सर्दी खांसी जुकाम जैसे रोगियों की संख्या भी बढ़ने लगी है। मौसम का अप्रत्याशित रूप से बदलने और लोगों को लगातार सरप्राइज करने का क्रम जारी है। सोमवार की सुबह जिला वासियों के लिए उस वक्त काफी आश्चर्यजनक रही जब लोगों ने पूरे क्षेत्र को घनी धुंध और कोहरे में लिपटे हुए देखा।
विजिबिलिटी में आई कमी
हालांकि इसके साथ ही काफी हद तक सर्दी भी अनुभव की गई। लेकिन सबसे चौंकाने वाली बात घनी धुंध देखने को मिली। जिसके चलते विजिबिलिटी बेहद कम रह गई थी। मुख्य मार्गों पर गुजरने वाले वाहन चालकों को भी हेडलाइट और फोग लैंप जलाकर सफर तय करना पड़ रहा था। इसके साथ ही रफ्तार पर भी काफी हद तक लगाम लगी रही। जिलावासी खुद भी सितंबर महीने में घनी धुन देखकर आश्चर्यचकित रहे। अक्सर बरसात के मौसम में प्रदेश के ऊंचे पहाड़ों पर घनी धुंध का पड़ना आम बात रहती है, लेकिन मैदानी इलाकों में बरसात के मौसम में इस तरह की धुंध कभी देखने को नहीं मिली।
जबकि सोमवार को मौसम के अप्रत्याशित बदलाव ने लोगों को भी आश्चर्यचकित कर दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि धुंध के साथ-साथ सर्दी में भी दस्तक दे दी है। जिसके चलते सुबह और शाम का मौसम काफी बदल चुका है। वही इस मौसम के बदलने की वजह से ही सर्दी खांसी और जुकाम की समस्या देखी जा रही है।