Tesla car plant will be set up in Gujarat, Maharashtra or Tamil Nadu : अमेरिका की प्रमुख इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी Tesla की इंडिया एंट्री को लेकर एक नई ख़बर आई है। बताया जा रहा है कि बहुत जल्द ही Tesla की एक टीम भारत दौरे पर आने वाली है जो यहां पर कंपनी के प्लांट के लिए जमीन तलाशेगी। फाइनेंशियल टाइम्स (FT) की रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ला इस महीने भारत में एक टीम भेजने की योजना बना रहा है। ये टीम यहां पर कंपनी के फैक्ट्री के लिए जमीन तलाशने का काम करेगी। हाल ही में भारत सरकार ने देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रोडक्शन को बढ़ावा देने के लिए एक नई पॉलिसी तैयार की थी. जिसके तहत भारत ने कम से कम 500 मिलियन डॉलर का निवेश करने और लोकल मैन्युफैक्चरिंग करने वाली कंपनियों को इंपोर्ट ड्यूटी में रियायत दी जाएगी। Tesla ने हाल ही में अपने नए प्लांट के लिए 2-3 बिलियन डॉलर (लगभग 16,700 करोड़ रुपये से 25,000 करोड़ रुपये) के निवेश का ऐलान किया था।
अपनी पकड़ मजबूत करने की तैयारी में
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत सरकार के इस नीतिगत बदलाव ने टेस्ला को भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने की योजना पर गंभीरता से विचार करने के लिए प्रोत्साहित किया है। बता दें कि, टेस्ला को अमेरिका और चीन में तगड़ी चुनौती मिल रही है। चीनी इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी बिल्ड योर ड्रीम (BYD) ने वाहन बिक्री में टेस्ला को पछाड़ दिया है। इसके चलते टेस्ला तेजी से दूसरे बाजारों में अपनी पकड़ मजबूत करने की तैयारी में है।
इन राज्यों में लग सकता है टेस्ला प्लांट
कंपनी लोकेशन पर सावधानीपूर्वक विचार कर रही है। हालांकि अभी कोई जगह फाइनल नहीं हुई है, लेकिन टेस्ला प्लांट के लिए संभावित लिस्ट में महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु जैसे ऑटोमोटिव हब वाले राज्यों पर फोकस किया जाएगा। भारत के लिए टेस्ला की योजनाएँ केवल मैन्युफैक्चरिंग तक ही सीमित नहीं हैं। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने भारतीय बाजार के लिए 24,000 डॉलर (तकरीबन 20 लाख) की कीमत वाली सबसे सस्ती इलेक्ट्रिक कार बनाने की योजना बनाई है।
फैक्ट्री स्थापित करने की सहूलियत मिलेगी
इसके अलावा कंपनी हाई एंड मॉडलों पर टैक्स में छूट देने की भी वकालत करती रही है। कुछ दिनों पहले ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि, भारत अमेरिकी वाहन निर्माता टेस्ला इंक के साथ एक समझौते को अंतिम रूप देने के कगार पर है, जिसके तहत कंपनी अगले साल से देश में अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को आयात करने और दो साल की अवधि के भीतर एक फैक्ट्री स्थापित करने की सहूलियत मिलेगी।
2024 तक महत्वपूर्ण निवेश पर विचार
Tesla की इंडिया एंट्री का इंतज़ार लंबे समय से हो रहा है और बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे पर टेस्ला के सीईओ एलन मस्क और पीएम मोदी की मुलाकात ने इस चर्चा को और भी हवा दी थी। इसके बाद एलन मस्क ने भारत में Tesla की कारों को उतारने और प्लांट लगाने की बात कही थी। बता दें कि एलन मस्क ने बीते साल जून में कहा था कि, टेस्ला भारत में साल 2024 तक "महत्वपूर्ण निवेश" करने पर विचार कर रहा है।
भारत में बढ़ रहा है इलेक्ट्रिक वाहन बाजार
इंडियन मार्केट में इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। पिछले साल देश में बेचे गए कुल पैसेंजर वाहनों में अकेले इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी तकरीबन 1.3% थी, जो कि इस साल और भी ज्यादा बढ़ने की उम्मीद है। इससे पहले मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के सीनियर एक्जीक्यूटिव ऑफिसर, सेल्स एंड मार्केटिंग शशांक श्रीवास्तव ने कहा था कि, "इलेक्ट्रिक वाहनों का मार्केट शेयर जो कि अभी तकरीबन 2.2% है वो बढ़कर 18-20% तक हो जाएगा।"