इंडिगो एयरलाइन्स की लापरवाही के कारण दिल्ली से बेंगलुरु जा रहा परिवार पिछले 20 घंटे से एयरपोर्ट्स पर धक्के खा रहा है। पहले फ्लाईट लेट हुईं। कनेक्टड फ्लाईट मिस हुई। फिर फ्लाईट बदली और फिर इंडिगो एयरलाईन ने लगेज मुंबई में ही छोड़ दिए।परिवार बेंगलुरू एयरपोर्ट पर लगेज की राह देख रहा है।
जालंधर के पाल्म रोज सोसायटी निवासी अमित शर्मा ने कहा की वह फैमिली के दो सदस्यों के साथ बेंगलुरु जा रहे हैं। 14 तारीख को शाम सवा चार बजे उनकी दिल्ली से मुंबई के लिए फ्लाईट थी, जो साढ़े छह बजे मुंबई टर्मिनल टू पर पहुंचनी थी। वहीं से उनकी आठ बजकर दस मिनट पर अगली फ्लाईट थी। मगर दिल्ली से ही उनकी फ्लाईट उड़ते-उड़ते आठ बजकर दस मिनट हो चुके थे। उनकी मुंबई से बेंगलुरु वाली फ्लाईट मिस हो गई।
इंडिगो ने अगली फ्लाईट का समय 11 बजे दिया। मगर दिेल्ली से उड़ी फ्लाईट ने उन्हें मुंबई के टर्मिनल 2 पर जा उतारा। जबकि अगली फ्लाईट टर्मिनल वन से थी। वहां से वह टैक्सी करके टर्मिनल 1 पहुंचे। इससे पहले कि वह एयरपोर्ट पर पहुंचते उनकी 11 बजे वाली फ्लाईट उड़ चुकी थी। उन्होंने इंडिगो से संपर्क किया तो उन्हें रात दो बजे की फ्लाईट का समय दिया गया। दो बजे वह मुंबई से फ्लाईट में बैठे और दो घंटे बाद बेंगलुरू पहुंच गए।
मगर बेंगलुरू पहुंचकर उन्हें एक और झटका लगा जब उन्हें एयरपोर्ट पर उनके लगेज ही नहीं मिले। वे इंतजार करते रहे मगर लगेज नहीं आए। किसी को कुछ पता नहीं था। फिर काफी मशक्कत के बाद इंडिगो स्टाफ ने बताया कि उनके बैग मुंबई एयरपोर्ट पर ही पड़े हैं, जो अगली फ्लाईट में बेंगलुरू पहुंच जाएंगे। 15 जनवरी दिन के 2 बजे तक अमित शर्मा और उनका परिवार बेंगलुरू एयरपोर्ट पर सामान का इंतजार कर रहा है। इंडिगो की ओर से बताया गया है कि दो बजे की फ्लाईट से उनके बैग उन्हें मिल जाएंगे।
पता नहीं बैग मिलेंगे या नहीं
अमित शर्मा ने बताया कि ये उनकी जिंदगी का सबसे खराब सफर रहा है, जहां इंडिगो एयरलाईन के स्टाफ की तरफ से उन्हें परेशान किया गया। जब उनके बैग मिस हुए तो स्टाफ ने कहा कि आप अपने घर चले जाएं बैग एक दो दिन में आपके घर पहुंच जाएंगे। जब वह नहीं माने तो स्टाफ ने बैग ढूंढने शुरू किए और पता चला कि बैग तो मुंबाई एयरपोर्ट से किसी ने उठाए ही नहीं। अब भी वह एयरपोर्ट पर बैठे हैं पता नहीं बैग मिलेंगे या नहीं।