ब्राजील से अन्य देशों में एंट्री के लिए पिछले कई दिनों से 666 एशियाई प्रवासी साओ पाउलो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर फंसे हुए है। इन एशियाई प्रवासियों में भारतीय, नेपाली और वियतनाम के लोग शामिल हैं जो फर्श पर सोने को मजबूर हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पब्लिक डिफेंडर कार्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रवासी प्रतिबंधित क्षेत्र (बैन एरिया) में रह रहे हैं, जहां खाना और पानी तक नहीं है। अधिकारी का कहना है कि यहां तक कि बच्चों को कंबल भी नहीं मिल पाता है।
वहीं, अधिकारियों से शरणार्थियों को स्वीकार करने और उन्हें उनके मूल देश में नहीं लौटाने के मानवीय सिद्धांत पर आधारित ब्राजील के कानून का पालन करने का आग्रह किया है। साथ ही प्रवासियों की स्थित में तुरंत सुधार करने की बात कही है।
प्रवासियों का बिगड़ रहा स्वास्थ्य, 1 हुई मौत
अधिकारियो का कहना है कि साओ पाउलो इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर स्वास्थ्य बिगड़ रहा था, घाना के एक प्रवासी की दो हफ्ते पहले मौत हो गई थी। हालांकि ये साफ नहीं हुआ है कि प्रवासी की मौत एयरपोर्ट पर हिरास्त में लिए जाने के दैरान हुई या अस्पताल ले जाते वक्त हुई है।
ब्राजील एशियाई लोगों पर लगा देगा बैन
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्राजील सोमवार (26 अगस्त) से अमेरिका और कनाडा में प्रवास करने के प्रयास में देश में शरण लेने वाले कुछ एशियाई लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर देगा। ताकि अमेरिका और कनाडा जाने के लिए ब्राजील को पड़ाव के रूप में इस्तेमाल करने वाले विदेशियों के आने-जाने को रोका जा सके।
'ब्राजील में ही रुक जाते हैं प्रवासी'
रिपोर्ट के मुताबिक, इस कदम से उन एशियाई प्रवासियों पर असर पड़ेगा। जिन्हें ब्राजील में रहने के लिए वीजा की जरूरत है। साओ पाउलो के एयरपोर्ट पर प्रवासी अन्य जगहों के लिए टिकट बुक करते हैं, लेकिन वो अपनी यात्रा न कर शरण के लिए ब्राजील में ही रुक जाते हैं।
नए नियम साओ पाउलो एयरपोर्ट लागू होंगे
ब्राज़ील की शरणार्थी समिति के प्रमुख जीन उएमा ने मीडिया को बताया कि नियम विशेष रूप से साओ पाउलो एयरपोर्ट पर लागू होंगे और शरण चाहने वालों पर ब्राजील की नीति में कोई बदलाव नहीं होगा। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि जो प्रवासी पहले से ही साओ पाउलो एयरपोर्ट पर मौजूद हैं, वे नियमों से प्रभावित होंगे या ये केवल उन लोगों पर लागू होंगे जो नियम लागू होने के बाद ब्राज़ील पहुंचेंगे।