अबोहर के मीरा नर्सिंग कॉलेज में पंजाबी भाषा विभाग की तरफ से पंजाबी महीने को समर्पित कार्यक्रम की सीरीज के तहत 'नाटक मंचन' का आयोजन किया गया। यह आयोजन पंजाबी भाषा विभाग के डायरेक्टर जसवंत सिंह सफर की अगुवाई में पेश किया गया।
इस प्रोग्राम के चीफ गेस्ट फाजिल्का के जिला योजना बोर्ड के चेयरमैन सुनील सचदेवा रहे। प्रोग्राम की अध्यक्षता मीरा नर्सिंग कॉलेज अबोहर के चेयरमैन डॉ. जीएस मित्तल ने की। अबोहर के हलका इंचार्ज अरुण नारंग ने भी इस प्रोग्राम में चीफ गेस्ट बनकर की। प्रोग्राम की शुरूआत ज्योत प्रजवलित करने के साथ हुई। जिला भाषा अफसर भूपिंदर उतरेदा ने इस प्रोग्राम के मेहमानों का स्वागत किया। मंच संचालन का काम सुरिंदर कुमार एवं सुनील वर्मा ने निभाया।
तू क्यों किहा मैं खूबसूरत हां' नाटक पेश किया
नाटक मंचन का पहला नाटक नटरंग सोसायटी अबोहर के लेखक अख्तर अली का लिखा हुआ और हनी उतरेजा द्वारा निर्देशित "तू क्यों किहा मैं खूबसूरत हां" पेश किया गया। इस नाटक से अपने मां-बाप गंवा चुकी और जीने की इच्छा छोड़ चुकी एक लड़की की कहानी है। जिसमें एक मनोवैज्ञानिक व्यक्ति उसके अंदर जीने की आस पैदा करता है। इस कहानी को बखूबी पेश किया गया।
दूसरा राज्य स्तरीय विजेता नाटक पेश किया गया
दूसरा लघु नाटक "मेरे गीतां वाली कापी" को पेश किया गया। जिसमें पंजाबी कवि सुखविंदर अमृतजी के जीवन का वर्णन किया गया। जिसे कुलजीत भट्टी ने लिखा और निर्देशित किया। यह नाटक कला उत्सव 2024 का राज्य स्तरीय विजेता था। सुनील वर्मा ने दोनों नाटकों की बहुत अच्छी प्रस्तुति की गई। इसके बाद मिमिक्री पेश की गई।
यह लोग उपस्थित रहे
इस मौके पर मीरा नर्सिंग कॉलेज के मैनेजिंग डायरेक्टर एडवोकेट के.समीर मित्तल, मंजू मित्तल, डॉ. साहिल मित्तल और डॉ. गायत्री मित्रा विशेष रूप से शामिल हुए। कला और शिक्षा जगत की मशहूर हस्तियों में अश्वनी आहूजा, संजीव गिल्होत्रा, गुरचिंदर पाल सिंह, विजयपाल, आत्मा राम रंजन, दर्शन चुघ, अमित बत्रा, प्रिंसिपल हरिंदर कौर, त्रिलोक गुप्ता, विजयंत जुनेजा, वजीर चंद सप्पांवाली, हरदीप ढिल्लो, संदीप शर्मा गोरा, प्रोफेसर शेर सिंह संधू, प्रोफेसर शमशेर सिंह, विकास बत्रा, प्रिंसिपल राम सरूप शर्मा, ररीश चंद और रोहित नागपाल शामिल हुए।
नाटक के कलाकारों की तारीफ की
अंत में मुख्य अतिथि सुनील सचदेवा ने कार्यक्रम की सफलता पर बधाई दी और दोनों नाटकों एवं कलाकारों एवं अन्य हस्तियों को भाषा विभाग एवं जिला अनुसंधान अधिकारी द्वारा सम्मानित किया गया। सरदार परमिंदर सिंह ने दर्शकों और उपस्थित संरक्षकों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर भाषा कार्यालय फाजिल्का ने एक पुस्तक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया।