पाकिस्तान अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहा है। लगातार वह आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे है। वहीं अब एक ताजा खबर जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले से आ रही है, जहां पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिश की गई। हालांकि, BSF के जवानों ने पहले ही घुसपैठिए को मार गिराया।
जीरो लाइन कर रहा था पार
BSF जवानों की चेतावनी के बाद भी घुसपैठिया नहीं रुका, जिसके बाद फायरिंग में वह मारा गया। घुसपैठिए की पहचान और मकसद का पता नहीं चल पाया है। अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। मिली जानकारी के अनुसार घुसपैठिया भारत-पाक सीमा की जीरो लाइन पार कर रहा था जो बॉर्डर प्रोटोकॉल का उल्लंघन था।
हंगरी की एके-63 डी हथियार बरामद
भारतीय सेना के रोमियो फोर्स और जम्मू कश्मीर पुलिस ने राजौरी सेक्टर के कालाकोट इलाके के एक ठिकाने पर संयुक्त ऑपरेशन चलाया। जिसके बाद यहां से एक हंगरी की एके-63डी हथियार को बरामद किया गया है।
4 दिन पहले कुपवाड़ा में मारा गया था पाकिस्तानी आतंकी
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में 27 जुलाई को माछिल सेक्टर के पास जंगल एरिया में एक पाकिस्तानी आतंकी मारा गया था। एनकाउंटर में राइफलमैन मोहित राठौर शहीद और मेजर समेत 4 जवान घायल हो गए। रक्षा विभाग के सूत्रों के हवाले से बताया कि पाकिस्तानी बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) आतंकियों की घुसपैठ करा रहा था। BAT के साथ SSG कमांडो और पाकिस्तानी सेना के सैनिक आतंकवादी संगठनों के साथ आतंकियों को कश्मीर भेज रहे थे।
18 जुलाई को 2 आतंकियों को मार गिराया था
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा के केरन इलाके में सेना ने 18 जुलाई को एनकाउंटर में 2 आतंकियों को मार गिराया था। सेना को यहां कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इसी दौरान आतंकियों-सेना के बीच मुठभेड़ शुरू हुई थी। इसमें दो जवान घायल हुए।
इससे पहले भी सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई फायरिंग
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में 6 और 7 जुलाई को मुदरघम और चिन्निगम फ्रिसल में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच फायरिंग हुई थी। एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने 6 आतंकियों को मार गिराया था। 2 जवान भी शहीद हुए थे। अधिकारियों के अनुसार, मारे गए आतंकी हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़े थे। इनमें एक पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी संगठन का स्थानीय कमांडर भी था।
26 जून को डोडा में 3 आतंकियों का खात्मा
डोडा जिले के गंडोह इलाके में 26 जून को सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया था। सुबह 2-3 आतंकियों के इलाके में छिपे होने की सूचना के बाद पुलिस और सेना ने सर्च ऑपरेशन लॉन्च किया था, जिसके बाद सुबह 9.50 बजे एनकाउंटर शुरू हुआ था।