अक्सर देखने को मिलता हैं कि लोगों को कई बार चलते-चलते अचानक पैर मुड़ जाने की समस्या होती हैं जिसे मोच आना कहते हैं। चलते हुए, दौड़ते हुए, सीढ़ियों से उतरते हुए कभी भी यह समस्या हो सकती हैं। हममें से कई लोग मोच की समस्या से कभी न कभी परेशान रहे होंगे। मोच आने पर व्यक्ति को बहुत दर्द होता है। हड्डियों में किसी तरह के क्षतिग्रस्त होने से मोच की समस्या पैदा होती है, क्योंकि हड्डियों में उत्तक एक दूसरे से जुड़े होते हैं। आमतौर पर सबसे ज्यादा मोच पैर के टखने में आती है। इसके अलावा कलाई, घुटने और अंगूठे में भी मोच आ सकती है। मोच खेलते समय या चलते समय आ सकती है। मोच के कारण सूजन और तेज दर्द हो सकता है। मोच जितनी गंभीर होती है दर्द और सूजन भी उतना ही ज्यादा हो सकती है। मोच के ज्यादतर मामलों प्रारंभिक उपचार हम खुद शुरू कर सकते हैं। आपको बताते हैं इस बारे में -
बर्फ से सिकाई करनी चाहिए
मोच आने पर तुरंत बर्फ से सिकाई करनी चाहिए। बर्फ को कपड़े में लपेटकर ही लगाएं। मोच आई जगह पर कोल्ड पैक लगाने से सूजन कम हो जाएगी। मोच आने पर जितनी जल्दी हो सके उस जगह पर बर्फ लगाने की कोशिश करें। इसे पहले 48 घंटों तक या सूजन में सुधार आने तक जारी रखें। बता दें कि बर्फ से 15 से 20 मिनट तक सिकाई करनी चाहिए। अगर दर्द बहुत ज्यादा है तो हर एक-दो घंटे में 20 मिनट के लिए मोच पर बर्फ लगाएं।
सरसों का तेल और लहसुन
मोच के दर्द से राहत पाने के लिए आप मालिश का सहारा ले सकते हैं। मालिश करने से मांसपेशियां रिलैक्स होती हैं और दर्द से छुटकारा मिलता है। इसके लिए आप सरसों के तेल में 6-7 कलियां लहसुन की डालकर पका लें। इसे तब तक पकाएं, जब तक कि तेल काला न हो जाए। अब इस तेल से प्रभावित जगह की मालिश करें। दिन में 2-3 बार तेल मालिश करने से आपको जल्द राहत मिल सकती है।
सेंधा नमक काफी लाभकारी
मोच की समस्या से राहत पाने में सेंधा नमक और पानी काफी लाभकारी माना जाता है। सेंधा नमक मैग्नीशियम सल्फेट से बनता है। मैग्नीशियम प्राकृतिक तरीके से आराम दिलाने में मदद करता है। मोच की समस्या से राहत पाने के लिए एक बाल्टी में गुनगुना पानी लें और इसमें आधा चम्मच सेंधा नमक डालें। इस पानी में आधे घंटे पैर को डालकर बैठें। थोड़ी ही देर बाद आपको पैर की मोच से राहत महसूस हो सकती है।
लौंग का तेल दिलाएगा दर्द से राहत
दांतों में सड़न, दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए अक्सर लौंग का तेल लगाने की सलाह दी जाती है। लौंग के तेल में मौजूद पोषक तत्व पैरों की चोट को ठीक करने में भी मददगार साबित होते हैं। मोच वाले हिस्से में लौंग के तेल से मालिश करने से सूजन और दर्द से राहत मिलती है। पैरों की मोच से राहत पाने के लिए आप दिन में दो बार लौंग के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
जैतून का तेल
जैतून के तेल में फेनोलिक कंपाउंड होता है जो सूजन को दूर करता है जिसकी मदद से टखने में मोच से राहत मिलती है। इसके साथ ही जैतून के तेल में इलाज करने के गुण भी मौजूद होते हैं जिससे ये समस्या तेज़ी से कम होती रहती है।
इमली का पत्ता से मिलेगा आराम
मोच के दर्द में आराम पहुंचाने के लिए इमली के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-सेप्टिक गुण पाए जाते हैं। इस उपाय को करने के लिए आप इमली के थोड़े से पत्तों को पीसकर इसमें गुनगुना पानी मिलाकर एक पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को मोच से प्रभावित भाग पर लगाने से आराम मिलेगा।
अरंडी के तेल में बहुत से औषधीय गुण
अरंडी के तेल में बहुत से औषधीय गुण होते हैं, जो हड्डियों के दर्द को कम करने में कारगर होता है। गठिया रोग के लोगों के लिए अरंडी के तेल से मालिश करने से सूजन एवं ऐंठन कम होती है। इसके अलावा मोच को ठीक करने के लिए अरंडी के तेल का उपयोग फायदेमंद होता है।
हल्दी में एंटी-सेप्टिक गुण
घर के किचन में मौजूद हल्दी एंटी-सेप्टिक के रूप में काम करती है। अगर पैर में मोच आ जाए तो दो चम्मच हल्दी को थोड़े पानी में डालकर पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को दर्द वाली जगह लगाएं और दो घंटे बाद गुनगुने पानी से धो लें। आपको आराम मिलेगा।